कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र रहे प्रो.मदन मोहन झा राजस्थान में कुलपति नियुक्त
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र रहे प्रो.मदन मोहन झा राजस्थान में कुलपति नियुक्त
जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रो. मदन मोहन झा बने नए कुलपति
जे टी न्यूज,मधुबनी :

जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर के नए कुलपति के रूप में प्रो. मदन मोहन झा की नियुक्ति कर दी गई है। इस संबंध में राजभवन द्वारा आधिकारिक अधिसूचना जारी होते ही न केवल राजस्थान के शैक्षिक जगत में, बल्कि पूरे संस्कृत क्षेत्र में उल्लास और उत्साह की लहर दौड़ गई है।
शिक्षाविद् डॉ.रामसेवक झा ने प्रेस को बताया कि
बिहार के सुपौल जिला अन्तर्गत लालमनीपट्टी गांव में जन्मे प्रो. मदन मोहन झा की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई। उसके बाद उपशास्त्री एवं शास्त्री की पढ़ाई शहर स्थित महारानी अधिरानी रमेश्वरलता संस्कृत महाविद्यालय, दरभंगा से तथा स्नातकोत्तर व्याकरण विभाग से 1987 में आचार्य की उपाधि प्राप्त किये। प्रो.विधाता मिश्र के मार्गदर्शन में 1992 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त किये।
राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के पुरी, जम्बू, मुम्बई आदि परिसरों में प्राचार्य एवं निदेशक के पद पर कार्य करते हुए सम्प्रति केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,नई
दिल्ली में शैक्षिक अधिष्ठाता ( डीन)के पद पर सेवारत हैं।
गहन विद्वता और उत्कृष्ट शैक्षणिक नेतृत्व के लिए प्रसिद्धप्रो. झा संस्कृत जगत में एक प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता एवं उत्कृष्ट प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता, संस्कृत भाषा-साहित्य के प्रति समर्पण तथा अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की कार्यशैली देशभर के शिक्षाविदों द्वारा सराही जाती रही है। संस्कृत के विभिन्न प्राचीन ग्रंथों को डिजीटिलकरण कर दर्जनों एप्प बनाकर संस्कृत को सरल एवं सामान्य लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
इनकी नियुक्ति से राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में नई नीतियों, आधुनिक शोध की दिशा तथा वैश्विक स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रसार को नया आयाम मिलने की आशा व्यक्त की जा रही है। राजभवन द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद देशभर के विद्वानों, शिक्षा संस्थानों, शोधकर्ताओं और संस्कृत प्रेमियों ने प्रो. झा को शुभकामनाएँ दीं। सोशल मीडिया पर भी उनकी नियुक्ति को लेकर व्यापक खुशी व्यक्त की जा रही है।
शैक्षणिक जगत का मानना है कि प्रो. मदन मोहन झा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय न केवल नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति, दर्शन, वेद, मीमांसा और शास्त्रीय ज्ञान को तकनीकी व कौशलाधारित शिक्षा से जोड़ने के प्रयास भी और सशक्त होंगे।
प्रो.झा की नियुक्ति पर केएसडीएसयू के प्रशासन सहित दर्जनों शिक्षाविदों, छात्रों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

