*आपदा काल में भी प्रवासी मजदूरों से रेल किराए की वसूली क्रूरता की पराकाष्ठा : कमर आलम*

जेटी न्यूज़।

समस्तीपुर/पटना::-सरकार द्वारा घोषित लॉक डाउन की वजह से देश के विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों से बढ़ा हुआ रेल किराया वसूले जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए विधान पार्षद कमर आलम ने कहा कि लगभग 40 दिनों से काम-धाम छोड़कर किसी तरह से अपना गुजारा बस बसर कर रहे l

मजदू से रेल किराया वसूलना सरकार के नैतिक गिरावट की पराकाष्ठा है इतना ही नहीं खबरों में यह सुनने को मिल रहा है कि किराए के अतिरिक्त भी रुपए वसूला जा रहा है जो दुखद है। देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को घर पहुँचाने का किराया वसूला जा रहा है और उधर पता चला रहा है कि मोदी जी 20 हजार करोड़ रुपए का नए संसद भवन बनवा रहे हैैं। एक तरफ 68000 करोड़ रुपए का बैंक ऋण मुट्ठी भर पूंजीपतियों का माफ किया जा रहा है दूसरी तरफ उसी देश में असमर्थ, बेबस, लाचार मजदूरों से रेल किराया के नाम पर उगाही शर्मनाक है।

जब पूरा देश, पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी हेल्थ इमरजेंसी से जूझ रही है। डाक्टरों को अच्छी क्वालिटी की PPE किट ख़रीदकर देने के लिए केंद्र सरकार के पास पैसा नहीं है तो संसद भवन का निर्माण और पुजीपतियों की कर्ज माफी सरकार की असंवेदनशीलता को दिखाता है। सरकार गरीबों की समस्या के प्रति गंभीर नहीं है। पूजीपतियों को खुश करने में लगी है। जो भारत की एक बड़ी आबादी का अपमान है।


वहीं तेजस्वी यादव ने 500 ट्रेनों का खर्च उठाने की बात कर जो नजीर पेश किया है उसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। सरकार अगर मजदूरों की समस्या दूर करने की दिशा में कदम नहीं उठाती है तो राजद लगातार इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ती रहेगी। इस आशय की जानकारी युवा राजद जिला मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता संजय नायक ने प्रेस को दी।

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