*स्ववित्तपोषित योजना के मिथिला विश्वविद्यालय में छ: नये कोर्स की पढ़ाई प्रारम्भ किये‌ जाने को मिली हरी…।*

जेटी न्यूज़।

दरभंगा::- स्ववित्तपोषित योजना के तहत ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में तीन नये पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स एवं तीन सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई प्रारम्भ किये‌ जाने को विद्वत परिषद ने हरी झंडी दे दी है।

आज ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विद्वत परिषद की ऐतिहासिक बैठक जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुलपति प्रो राजेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कुलपति प्रो सिंह ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय में विद्वत परिषद की मेरी पहली बैठक है जो मेरे और आपलोगों के लिए बहुत ही अनूठी है।

उन्होंने कहा कि बिहार में पहली बार आनलाइन के माध्यम से इतने बड़े निकाय की बैठक आज ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कर रहा है। अभी तक बिहार के किसी ‌विश्वविद्यालय ने इस तरह की‌ बैठक नहीं की है।

उन्होंने सदस्यों से‌ कहा, कि आपको एजेण्डा की प्रति एकेडमिक काउंसिल के व्हाट्सएप ग्रूप के माध्यम से प्राप्त हो चुका है। ज्ञापिकायें जो लगभग 70-80 पृष्ठ की है वह मेरे पास है जिसे आपको आनलाइन भेज दी जाएगी। बैठक में गत बैठक की कार्यवाही एवं प्रगति प्रतिवेदन को सदस्यों द्वारा सर्व सम्मति अनुमोदित किया गया।

परीक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित परीक्षा कार्यक्रम एवं शैक्षणिक कैलेंडर समिति द्वारा अनुमोदित शैक्षणिक कैलेंडर- 2020-21 को अनुमोदित किया गया। परीक्षा के संशोधित कार्यक्रम के अनुसार सभी परीक्षायें जून – जूलाई 2020 तक सन्चालित होंगीं।

कुछ परीक्षायें अगस्त 2020 में भी संचालित हो सकती है। सदस्यों की जिज्ञासा पर माननीय कुलपति महोदय ने कहा कि परीक्षा संचालन के लिए किसी नये प्रणाली को नहीं अपनाया जायेगा। ओ एम आर सीट पर परीक्षा का आयोजन राजभवन द्वारा निर्गत रेगुलेशन में नहीं है।

स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत प्रस्तावित चार सेमेस्टर के स्नातकोत्तर स्तर के जिन छ : नए पाठ्यक्रमों की स्वीकृति एकेडमिक काउंसिल द्वारा प्रदान की गई उनमें विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग अन्तर्गत “फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी “, भूगोल विभाग के अन्तर्गत “जी आई एस एंड रिमोट सेंसटिविटी ” वनस्पति विज्ञान विभाग के अन्तर्गत “बायो इनफॉर्मेटिक्स” तथा दो सेमेस्टर के एक वर्षीय सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम , विश्वविद्यालय बाणिज्य विभाग अन्तर्गत ” बिजनेस एंड एंटरप्रेन्योरशिप” संस्कृत विभाग अंतर्गत, “एस्ट्रोलॉजी एंड पामिस्ट्री” एवं राजनीति शास्त्र विभाग अंतर्गत ,”इलेक्शन स्ट्रेटजी एंड पॉलीटिकल लीडरशिप ” शामिल हैं।


इसके अतिरिक्त स्नातकोत्तर राजनीति शास्त्र विभाग अन्तर्गत महान स्वतंत्रता सेनानी एवं योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह चेयर की स्थापना,
कुंवर सिंह कॉलेज लहेरियासराय में कुंवर सिंह संग्रहालय की स्थापना एवं बाबू कुंवर सिंह के नाम पर फैलोशिप प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान की गई।

कुलपति महोदय ने सदस्यों से कहा कि यदि इन में से किसी प्रस्ताव के विरोध में किन्हीं सदस्यों को कहना है या कोई संशोधन का प्रस्ताव देना है तो वे आज ही कुलसचिव को मेल के द्वारा सूचित करें। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा पारित सभी प्रस्तावों को राजभवन अनुमोदन हेतु भेजा जाएगा। अध्यक्ष छात्र कल्याण द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्ति की घोषणा की गई।

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