विश्वविधालय प्रशासन ने दिए प्रधानाचार्यों को आवश्यक निर्देश

जेटीन्यूज़

*दरभंगा*::-विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन पाठ्य सामग्री तथा ऑनलाइन वर्ग संचालन संबंधी सूचनाएं विश्वविद्यालय द्वारा राजभवन को प्रति सप्ताह भेजना होता है। इसके लिए प्रत्येक सप्ताह सभी महाविद्यालयों और स्नातकोत्तर विभागों से राजभवन द्वारा प्रेषित फॉरमेट में एक्सेल सीट में सूचनाएं एकत्रित की जाती है l

और सभी प्राप्त आंकड़ो के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर राजभवन भेजा जा रहा है। समिति के समन्वयक प्रो के के साहू से प्राप्त जानकारी के आलोक में पुनः सूचित किया जाता है कि कुछ महाविद्यालयों ने कई‌ बार‌ सूचना प्रसारित किये जाने के बाबजूद ऐकसेल फॉर्मेट में डाटा नहीं भेजकर पीडीएफ में भेजा है ,

जिसके कारण आंकड़ों को प्रोसेस करने में कठिनाई हुई है ।ये महाविद्यालय हैं , सी एम जे कालेज डोनवारीहाट , एस के महिला कालेज बेगूसराय, एस बी एस एस कालेज बेगूसराय और यू पी कालेज पूसा। इससे‌ संगीन‌ मामला यह है कि निम्न महाविद्यालयों ने इस सम्बन्ध में किसी प्रकार की सूचना भेजी ही‌ नहीं है।

ये महाविद्यालय हैं ‌, बी एम ए कॉलेज बहेरी , सी एम लॉ कॉलेज दरभंगा, डी बी के एन कॉलेज नरहन, जे के कॉलेज बिरौल ,के वी साइंस कॉलेज उच्चैठ बेनीपट्टी , एम एल एस एम कॉलेज दरभंगा ,आर बी कॉलेज दलसिंगसराय एवं वी एस जे कॉलेज राजनगर।

महाविद्यालयों से प्राप्त सूचनाएँ एकत्रित करने के क्रम में यह भी पाया गया है कि अधिकांश महाविद्यालयों द्वारा अपने वेबसाइट पर जो पाठ्य सामग्री डाली गई है उसकी संख्या महाविद्यालय से फार्मेट द्वारा प्राप्त सूचित संख्या से भिन्न है।

अतः प्रधानाचार्यों से अनुरोध है कि विषयवार सभी शिक्षकों के द्वारा महाविद्यालय को प्राप्त पाठ्य सामग्री की संख्या तथा उस शिक्षक के नाम से वेबसाइट पर कितना पाठ्य सामग्री उपलब्ध है , इसकी सूचना विकास पदाधिकारी एवं डी एस डब्ल्यू के ऑफिसियल मेल पर तीन दिनों के अन्दर देने का कष्ट करें।

ऐसी भी सूचना ‌प्राप्त हुई है कि कई कालेजों का वेबसाइट खुलता ही नहीं है और कुछ‌ कालेज के वेबसाइट पर पाठ्य सामग्री अपलोड नहीं हैं। कालेजों के वेबसाइट अवलोकन से स्पष्ट ज्ञात होता है कि कई प्रधानाचार्य अपने महाविद्यालय के वेबसाइट पर डाले गए पाठ्य सामग्री का न तो अवलोकन करते हैं ,

न ही मोनिटरिंग। अतः उनसे अनुरोध है कि वे इस तरह के पाठ्य सामग्री देने वाले शिक्षकों से कारण पृच्छा पूंछे तथा अविलम्ब ऐसे शिक्षकों के‌ पाठ्य सामग्री को वेबसाइट से विलोपित करें।

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