अंचल अधिकारी के बिगड़े बोल मानो अधिकारी ना हो अपने आपको जिले का बहुत बड़ा डॉन समझता हो

 

उप विकास आयुक्त ने माना ऐसे अधिकारियों के वजह से अच्छे अधिकारी भी होते हैं बदनाम

जेटी टाइम्स

*बक्सर /नावानगर* :- सुशासन के नाम से जाने जाने वाले सूबे के मुखिया नीतीश कुमार क्या अधिकारियों को लूट की खुली छूट दे रखे हैं ? तभी तो लूट में बाधक बनने वाले चाहे जो भी हो किसान हो पत्रकार हो या कोई और उन पर आग बबूला हो अपना आपा खो देते हैं और अमर्यादित भाषा का प्रयोग टेलीफोन पर करने लगते हैं । तथा अपने कार्यों और दायित्व को भूलकर नियम कानून को ताक पर रखकर कुछ भी कर गुजरने से परहेज नहीं करते ।

यहां तक कि मामला चाहे देश के सर्वोच्च न्यायालय में हो या फिर राज्य के उच्च न्यायालय में हो सब को ताख पर रख आपने बल पर किशानोका खेत जोतवाने से भी परहेज नही करते ऐसा ही मामला बक्सर जिले के डुमरांव अनुमंडल के अंतर्गत नवानगर के अंचल अधिकारी द्वारा कर गुजरने का प्रकाश में आया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार नवानगर प्रखंड के बसाव काला के निवासी शिवशंकर चौबे से संबंधित भूमि विवाद का मामला है ।

चौबे की मानें तो उनके पूर्वजों से जमीन लिखवाने की बात 1999 में बताई जा रही है जब की उनके पूर्वजों की मृत्यु 1990 में हो चुकी है जिसको ले कर मामला न्यायालय में लंबित है इसी मामले को लेकर चौबे नवानगर के अंचल अधिकारी समरेश कुमार के पास पहुंके थे । पहुचे तो न्याय की आस में परंतु न्याय के बदले कुछ और ही मिला है,

सूत्रों की माने तो संबंधित दस्तावेज के आधार पर वर्तमान अंचल अधिकारी के द्वारा दाखिल खारिज से संबंधित उर्मिला देवी पति लाल बिहारी सिंह का आवेदन फरवरी एवं मार्च महीने में अनेको बार यह कहकर अस्वीकृत कर दिया गया कि मामला न्यायालय में लंबित है फिर उसे मामले से संबंधित आवेदन को वर्तमान अंचल अधिकारी समरेश कुमार के द्वारा 9 अप्रैल को किन परिस्थितियों में दाखिल खारिज कर दिया गया ? यह तो जांच का विषय है ?

परन्तु इस के बाद जो भूमि पर हुवा उस से यह लग रहा था की खून की नदिया बह उठेगी परन्तु मामले को किसी तरह सल टाया गया सीओ साहब ने तो खून की नदिया बहाने का पूरा इन्तिजाम कर दिया था ।मामला टलते देख के कुछ दिन बाद ही अंचलाधिकारी ने एक और करिश्मा कर दिखया चर्चा तो यह ह की काफी मोटीरकम ले कर अमीन बहाल कर दिया गया उस अमीन को युक्त जमीन की नापी करने हेतु अस्थल पर भेज दिया गया l

उस के उपरांत अमीन के नापी करते हुवे वीडियो बनाये जाने पर अमीन साहब डर गए डरते भी क्यों नही बालू की भीत पर कब तक महल बनता अमीन साहब भागते भागते अंचल गए ओर वह हुई वकया अंचलाधिकारी को बताया फिर क्या था अंचलाधिकारी आपना आपा खो बैठे इस के पशचात मोबाइल संख्या 7903278051 से चौबे को फोन किये ओर भदी भदी गालिया चौबे को सुनाने लगे ओर यहां तक कह डाला की आपका खेत हम ने जोतवाया है अगर आप की औकात होगी तो फसल कटवा लीजिएगा अचलाधिकारी की अमर्यादित भाषा को सुन कुछ समय तक तो ऐसा लगा मानो अंचलाअधिकारी न हो जिले का कोई बहुत बडा डॉन हो कागज न पत्रर जिस को चाहे उस को किसी की भी जमीन जोतवा दे ओर जमीन पर खड़ी फसल किसी को भी कटवा दे कानून की क्या विसाद की उस को रोक पाए ।

आखिर ऐसी कौन सी बात थी कि खुद अंचल अधिकारी को फोन करके धमकी देना पड़ा और गालियों का सहारा लेना पडा उक्ति व्यक्ति कौन है जी को फ्री छोड़ने की बात साहब करते है कही वह सुपारी किलर तो नही आपके साथ क्या करेगा क्या नहीं करेगा वह समझे मैं अब आपकी कोई सहायता नहीं करूंगा

आखिर अंचलाधिकारी के पास ऐसा कौन सा वीडियो है? जिस वीडियो का जिक्र बार-बार शिव शंकर चौबे के से सीओ फोन पर करते हैं ? क्या है उस वीडियो में ? अब तो यह सीओ साहब ही बता सकते हैं ? सीओ साहब अपने गुस्से में यहां तक कह देते हैं कि मेरे ही बदौलत आप खेत जोत रहे हो अब देख लेता हूं कि जिले में ऐसा कौन है जो तुम्हारा जोता हुआ खेत को कटवा देगा क्या सीओ साहब खुलेआम गुंडागर्दी का प्रदर्शन करना चाहते हैं ? या सीओ साहब एक गरीब किसान को धमकाने की कोशिश करें रहे है?

क्या क्षेत्र में ऐसे अंचल अधिकारी रहेंगे तो सरकार के दामन पर दाग नहीं लगेगा ? अब यह सब तो जिला अधिकारी और प्रदेश की सरकार ही अच्छी तरीके से बता सकती है ? अब देखना यह है कि क्या सीओ साहब के ऊपर सरकारी गाज गिरती है ? या केवल लीपापोती की जाती है ? इलाके में चर्चा तो यह भी है की सवर्णो से हमेसा से ही अमर्यादित भाषा से बात करते है हाल की अंचलाधिकारी से जब वीडियोकी मांग की गई l

तो उन्हीने फोन काट देना मुनासिफ समझा मामले को ले जब डुमराव एसडीओ हरेंद्र राम से जब बात करने का प्रयास किया गया तो ओर जेवहीँ इस की सूचना दी गई तो सूचना सुनते ही अपने आप को भी सी में होने की बात कह फोन काट दिया। उसके बाद समाचार लिखे जाने तक झंझट टाइम्स के ब्यूरो का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा, हाल की जिले के कई बारिया अधिकारी से सम्पर्क किया गया तो ADM चंद्रशेखर झा ने बताया कि संबंधित मामले में तत्काल अंचल अधिकारी से सो काज किया गया है l

ओर उन पर कार्यवाही निश्चित की जाएगी वहीं जिले के उप विकास आयुक्त ने कहा कि ऐशी घटनाओं से हम बड़े आहत है इस की जांच होगी ओर कायवाही की जाएगी देखना यह दिलचस्प होगा किस अस्तर की जांच होती है कहि जांच के नाम पर महज कहना पूर्ति तो नही इस का जबाब आनेवाले समय में ही मिल पायेगा परन्तु इस जांच का इंतिजार तो जिले को सैकड़ों बुद्धिजीवी को रहेगा ही ।

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