खनन कंपनी पर मंडराया प्रतिबंध का ख़तरा, अवैध खनन का लगा आरोप
जेटी न्यूज
जामताड़ा। जिले के करमाटांड़ प्रखंड अंतर्गत तेलियाडीह मे 6 एकड़ लीज लेने वाले शिव दुर्गा माइनिंग प्रोजेक्ट पर खतरा गहरा गया है। एसडीओ के जांच में मिली कई गडबड़ी के कारण खनन पर रोक भी लग सकती है। बताया जाता है कि उक्त कंपनी लीज लिए जमीन छोड़ गलत जगह से 5 वर्षों से खनन कर रहा है। बताते चलें कि जिले के करमाटांड़ प्रखंड अंतर्गत तेलियाडीह मे 6 एकड़ लीज लेने वाले शिव दुर्गा माइनिंग प्रोजेक्ट की अनुमंडल पदाधिकारी जामताड़ा संजय पांडे एवं अंचलाधिकारी करमाटांड़ सच्चिदानंद कुमार वर्मा के संयुक्त जांच के दौरान कई गड़बड़ियां प्रकाश मैं आई।
लीज धारक किशोर मंडल एवं सतनारायण मंडल द्वारा लीज लिए गए प्लॉट संख्या 848 के 6 एकड़ जमीन पहाड़ी को लीज लिया ।जिस स्थान पर लीज दिया गया वहांं खुदाई ना करके पूर्व में दिए गए दूसरे लोग के लीज वाले गड्ढे खदान में पिछले 5 वर्षों से खुदाई कर करके पत्थर की निकासी कर रहे। करीब 5 वर्षों से करोड़ों की खनन कर लिया गया। साथ ही संथाल धर्म क्षेत्र में श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े जाहिर थान को भी लीज ने ले लिया है। वहीं ग्रामीणों से पूछे जाने पर बताया कि बिना ग्राम सभा किए जमीन लीज लिया गया है । गलत तरीके से ले लिया है।वही ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर कुछ दिन पूर्व उपायुक्त को आवेदन लिखकर उक्त सभी समस्याओं से अवगत कराया था।
जिसमें उल्लेख किया गया है कि किशोर मंडल एवं सतनारायण मंडल द्वारा लिए गए लीज के जमीन पर उत्खनन ना कर दूसरे जगह पर हिस्से में उस खनन किया जा रहा है साथ ही ग्रामीणोंं का और भीीी आरोप है कि पत्थर खदान में ब्लास्टिंग के दौरान बड़े-बड़े टुकड़े गांव के घरों में आकर गिरतेे हैं जिससे ग्रामीणोंं को हमेशा जान का डर लगा हुुआ रहता है और मिट्टी का घर रहने के कारण का घर खपड़ा भी फूट जाता है और दीवारें भी फट जाती है। इसकेे अलावा ब्लास्टिंग से जहीर खान के चारदीवारी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयाा है।साथ ही चारवाहा गाय बैल बकरी को चराने जाते हैं तो ब्लास्टिंग से गाय बैल इधर उधर दौड़नेे लगता है ।गाय बैल को भी कई बार चोटेे भी आई है। जिसकी जांच होनी चाहिए साथी अवैध खनन को तत्काल बंद करने की मांग की गई थी। इसी इसी मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी संजय पांडे एवं जिलाधिकारी सच्चिदानंद वर्मा खौफनाद पंचायत के तेलियाडीह खनन हेतु ले गए लीज का निरीक्षण करने पहुंचे साथ ही दिए गए आवेदन के आलोक में जांच किया गया सभी उपस्थित ग्रामीणों ग्राम प्रधान मुखिया प्रतिनिधि समेत सीआई अरुण दास आशुतोष सिंह अमीन महताब अंसारी एवं अनुमंडल कार्यालय के लेखापाल आदि शामिल हुए जहां शालिनी ग्रुप से ग्रामीणों को सार्वजनिक रूप से ग्रामीणों से बातचीत एवं पूछताछ किया गया वही लीज धारक सतनारायण मंडल से भी जानकारी ली गई साथ ही उक्त लीज का मापी भी किया गया।
जिसके उपरांत ग्रामीणों से मिले शिकायत सही पाया कि लीज लिए जमीन के अलावे दूसरे भाग में भी जिसे लिज नहीं लिया गया है उसमें भारी मात्रा से खनन किया गया है वही लीज लिए गए जमीन केयर्न मैं ही जाहिर थान है मतलब चाहे शाम को भी उत्खनन हेतु लीज दे दिया गया। जबकि ग्रामीणों के लिए आवेदन के अनुसार करीब 2 वर्ष पूर्व से ही जाए थाना स्थापित है परंतु 2015 में विभाग की आंखों में धूल झोंक कर गलत तरीके से खनन हेतु लिख लिया गया। विदित होती है लीज के से सटे 2 जिले के जोड़ने वाली नदी है एवं दूसरी जिले भी स्थापित है ।