बेगुसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की माँग

जेटी न्यूज:-

नावकोठी (बेगूसराय)
बेगूसराय जिले के अंदर विश्वविद्यालय की माँग जोड़ पकड़ रहा है।सारे बेगूसराय वासियों का कहना है कि एक विश्वविद्यालय की नितांत आवश्यकता है –
जिसके आभाव में यहाँ के छात्रों को विश्वविद्यालय कार्य के लिए सौ किलोमीटर दूर दरभंगा जाना पड़ता है । बेगूसराय से दरभंगा के लिए ना तो सुचारू रूप में बस का कॉम्बिनेशन है और ना ही ट्रेन का । इन परिस्थितियों में एक छात्र को महज एक साइन लेने के लिए घनघोर परेशानी का सामना कर दरभंगा जाना पडता है तथा श्रम के साथ – साथ धन और समय को भी गंवाना पड़ता है । इस स्थिति में अगर जिले के अंदर विश्वविद्यालय हो तो छात्रों को श्रम , धन और समय तीनों की क्षति नहीं उठानी पड़ेगी ।


वर्तमान समय में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सरकारी कॉलेजों की संख्या जिले में पाँच है जिसमें से मात्र एक कॉलेज जीडी कॉलेज बेगूसराय में पीजी की पढ़ाई होती है । इस स्थिति में बहुत से छात्र उच्चतर शिक्षा से वंचित रह जाते हैं । अगर जिला के अंदर विश्वविद्यालय स्थापित हो तो उच्चतर शिक्षा की स्थिति बेहतर होगी । विश्वविद्यालय स्थापित होने की स्थिति में नई शिक्षा नीति के अनुरूप शोध कार्य में समृद्धि होगी । स्त्री वर्ग में उच्चतर शिक्षा के प्रतिशत में वृद्धि होगी ।

जिला उद्योग के साथ – साथ शिक्षा हब के रूप में भी जाना जाएगा । जिले में विश्वविद्यालय की मांग कोई नई माँग नहीं है बल्कि ये वर्षों पुरानी माँग है और इस माँग को लेकर तमाम छात्र संगठन सतत संघर्षरत भी रहे हैं । लेकिन हमारी मांगों को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ – साथ , शासन प्रशासन भी कुम्भकर्णी नींद में सोई रही । हाल के दिनों में मिथिलांचल के विकास के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा काफी घोषणाएं की गई ।

इन घोषणाओं से हमलोगों को भी काफी उम्मीदें थी, लेकिन हमें निराशा हाथ लगी । हमलोगों को महसूस हुआ कि शायद हमारी आवाज़ें इतनी जोरदार नहीं कि सत्ता के शीर्ष नेतृत्व के कानों में गूंज उत्पन्न कर सके । दिनकर जयंती के दिन अर्थात 23 सितंबर को ट्विटर के माध्यम से हैश टैग के रूप में #BegusaraiWantsDinkarUniversity को ट्रेंड करवाया गया ताकि बेगूसराय वासियों की माँग सत्ता की नजर में आ सके ।

बेगूसराय के छात्रों का जोश और जुनून देखते ही बन रहा है। बेगूसराय में यूनिवर्सिटी की स्थापना से अंग , मिथिला और बज्ज तीनों लाभान्वित होंगे । डा० अभिषेक कुमार,डा० धीरज कुमार ,शिक्षाविद श्री रमेश मिश्र ,प्रभात कुमार , मुरारी कुमार ,गोपी कृष्ण मिश्र ,कमल किशोर सिंह इत्यादि का कहना था कि ये माँग तो बहुत परानी है और इसपर जल्द कार्यवाही होनी चाहिए।

डॉ अभिषेक कुमार ।

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