राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेकर हाशमा खातून ने बढ़ाया सूबे का मान

जेटी न्युज
मोतिहारीlपु०च०
तिनकोनी पंचायात, छौरादानो प्रखंड, पूर्वी चम्पारण जिला ने जिला एवं प्रदेश का नाम रौशन करते हुए वोमेन इन ग्लोबल हेल्थ, वोमेन फॉर पोलिटिक्स एवं सेंटर फॉर कैटलाईजिंग चेंज द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में कोरोना काल के दौरान किए गए अपने कार्यों, चुनौतियों के अलावा कोरोना जैसे भीषण महामारी से सुचारू रूप से निपटने के लिए सरकार को कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. इस संवाद से निकल कर आए हुए सुझावों को तीनों आयोजक संस्थाओं के माध्यम से नीति निर्माताओं एवं प्रभावशाली व्यक्तियों/संस्थाओं तक पहुँचाया जाएगा ताकि महिला जन प्रतिनिधियों द्वारा कुशलतापूर्वक स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता एवं बेहतरी; स्वास्थ्य आपातकाल, आपदा एवं विभिन्न महामारीयों को निपटने/मुकाबला करने जैसे मुद्दों को लेकर कार्य किया जाना सुनिश्चित हो सके. ज़ूम प्लेटफोर्म पर् होने वाले आज के इस राष्ट्रीय सम्मेलन में हाशमा खातून के अलावा अखिला यादव, सरपंच, तेलंगाना राज्य एवं जयंती प्रधान, सदस्य, जिला परिषद, ओडिशा राज्य ने कार्यक्रम के दौरान अपनी बात रखकर कोरोना महामारी के दौरान अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के माध्यम से अपनी नेतृत्व क्षमता एवं अपनी प्रतिवद्धता का अहसास कराया.हाशमा खातून ने कोरोना महामारी के दौरान 10 महिलाओं को संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करवाने, खुद 1600 मास्क सिलकर लोगों में बटवाने, साबुन बटवाने, कोरोना से बचने – मास्क पहनने- हाथ धुलाई से संबंधित जागरूकता बैठक, घरेलू हिंसा को रोकने हेतु उनके द्वारा किए जा रहे पहल, घरेलू हिंसा के दौरान परिवार नियोजन के साधनों एवं इसी जरुरत का प्रचार प्रसार, अप्रवासी मजदूरों की सकुशल वापसी जांच-कौशल की मैपिंग- रोजगार दिलाने, माहवारी स्वछता दिवस, पोषण माह, स्तनपान सप्ताह में अपने द्वारा किए गए कार्यों को साझा किया.

उन्होंने सरकार को सुझाव दिया की कोरोना महामारी के समय महिलाओं को प्रभावित करने वाली सेवाओं को बाधित/बंद नहीं किया जाना चाहिए था. कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर् ही पड़ा है इसलिए महिलाओं के रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर् अब नए सिरे से पुनः शुरुआत करने की आवश्यकता है ताकि महिलाओं को मुख्य्पटल पर् लाकर उनकी बराबरी का मार्ग प्रशस्त किया जा सके.सेंटर फॉर कैटलाईजिंग चेंज संस्था के द्वारा संचालित चैम्पियन परियोजना ने ना केवल हाशमा खातून को उनके कर्तव्यों का अहसास करवाया वरण उन्हें वो सारी जानकारी, कौशल एवं आत्मविश्वास देकर उनका क्षमता वर्धन करने का कार्य किया जो एक जमीनी स्तर के नेत्री में होनी चाहिए. इन्हीं क्षमताओं एवं बढे हुए आत्मविश्वास की बदौलत कल तक घर की चाहरदीवारी में रहने वाली, हाशमा खातून आज राष्ट्रीय स्तर पर् हुए सम्मेलन में बखूबी से अपनी बात को रखकर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं.कार्यक्र के दौरान हाशमा खातून का हौशलावर्धन, तकनीकी जुडाव सुनिश्चित करवाने एवं अन्य सहयोग देने के लिए प्रकाश रंजन, वरिष्ठ कार्यक्रम पदाधिकारी, सी थ्री भी मौजूद रहे ताकि उनका मनोबल बढाकर कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके.

Related Articles

Back to top button