सुपरफास्ट ट्रेनों का मेंटेनेंस नहीं, मेंटेनेंस के नाम पर होता बंदरबांट?
कार्यालय, जेटी न्यूज़
समस्तीपुर। पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल के विभिन्न खंडों से चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेनों की मेंटेनेंस भगवान भरोसे ही है। सरकार द्वारा बड़े-बड़े कंपनियों को मेंटेनेंस का ठेका दिए देने के बाद भी नहीं किया जाना किसी बड़े घालमेल की ओर ही इशारा करता है। इस बाबत मिली जानकारी के मुताबिक कर्मचारी छटनी के नाम पर रेल प्रशासन ने किर्लोस्कर, ग्रिप्स, कमिंस, विल्सन आदि कंपनियों को रेलवे के रख रखाव का ठेका दे रखा है। इन कंपनीयों के कर्मचारियों के पास ना तो कोई चरित्र प्रमाण पत्र रहता है ना कोई बैच, ना कोई उसके एजेंसी के नाम होता है और ना ही किसी डिग्री कालेज से टेक्नीशियन सर्टिफिकेट नहीं होता है। उदाहरण स्वरूप स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस में लगे पावर कार के संचालन हेतु किर्लोस्कर कंपनी के कर्मचारी द्वारा स्कोटिंग किया जाता है। इस दौरान कर्मचारी के पास किसी प्रकार का कोई उपस्कर नहीं रहता है। पिलास, पेचकस, रिंग रीच, गोटी रेंज, डिजिटल मीटर, फ्यूज वायर नहीं रहने एवं उनके टेक्नीशियन नहीं रहने के कारण किसी प्रकार का समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। लोको इंजन एचओजी से 750 वोल्ट एसी सप्लाई मिलने पर भी कार्य नहीं हो पाता है, जिस कारण पावर भान के संचालन में डीजल की खपत होती है।
Website Editor :- Neha Kumari