कुलपति ने महामानव उमा बाबू की जयंती समारोह को उदघाटन करते हुए कहा कि शीघ्र ही अनुदान निगत होगा 

जेटी न्यूज/राम आधार सहनी

दरभंगा::- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० एस०पी० सिंह ने एम आर एस एम कालेज आनन्दपूर में आयोजित स्व उमाकांत चौधरी की जयंती समारोह के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों की भागीदारी शिक्षण कार्य में अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए संकल्प लेना होगा। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिलांचल में मेधा की कोई कमी नहीं है लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिलने के कारण यहां से मेधा का पलायन हो रहा है । उन्होंने कहा कि पारंपरिक शिक्षा से अब काम नहीं चलेगा ।नई शिक्षा पद्धति को अपनाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि उमा बाबू एक शिक्षक एवं शिक्षा प्रेमी थे और जीवन पर्यंत शिक्षा के क्षेत्र में उसके प्रचार-प्रसार हेतु कार्य करते रहे। आज उनकी जयंती समारोह में यहां के सारे शिक्षकों को तथा हम सबों को यह व्रत लेना होगा की जैसे भी हो गुणवत्तापूर्ण एवं आधुनिक शिक्षा का प्रचार प्रसार हम करें।

कुलपति ने कहा कि मिथिलांचल में मेधा की कोई कमी नहीं है आवश्यकता सिर्फ इस बात की है कि उसे सही राह पर चलाया जाए। कुलपति ने महाविद्यालय के शिक्षा कर्मियों को आश्वस्त कराया कि उनका अनुदान शीघ्र निर्गत किया जाएगा। महाविद्यालय में चल रहे विकास कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना में सबो का सहयोग लिया था उसी तरह इस महाविद्यालय में भी सबों के सहयोग से विकास कार्य और तेज गति से होनी चाहिए।

इस अवसर पर बेनीपुर के विधायक प्रो० विनय कुमार चौधरी ने उमा बाबू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा से उनका अभूतपूर्व लगाव था एवं जीवन पर्यंत इस दिशा में वह कार्य करते रहे। उन्होंने जीवन में हम सबों को इस बात की प्रेरणा दी कि शिक्षा के विकास के लिए जो भी संभव हो वह प्रयास करना चाहिए। प्रोफेसर विनय ने विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विकास में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

हायाघाट के विधायक श्री रामचंद्र साह महाविद्यालय के विकास में हर प्रकार के सहयोग की बात कही तथा कहा कि मैं भी यही का एक शिक्षक हूं इसलिए कॉलेज एवं संबद्ध महाविद्यालय के शिक्षकों की समस्या के लिए सरकार से भी बात करेंगे।

पूर्व विधान पार्षद एवं इस महाविद्यालय के सचिव प्रो० विनोद कुमार चौधरी ने कॉलेज की विभिन्न समस्याओं की ओर कुलपति जी का ध्यान आकृष्ट किया तथा कहा कि शिक्षकों एवं कर्मचारियों का अनुदान तुरंत निर्गत करवा दें एवं महाविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा का एक केंद्र खोला जाए।

महाविद्यालय के संस्थापक एवं पूर्व सचिव डॉक्टर बैधनाथ चौधरी “बैजू बाबू” ने कुलपति से महाविद्यालय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की उन्होंने कॉलेज की स्थापना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा कहा कि विभिन्न संघर्षों के बाद आज हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं।

जयंती समारोह को एम०आर०एम० कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर अरविंद कुमार झा, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि प्रोफेसर अयोध्या नाथ झा सहित श्री विजय कुमार, श्री राजकुमार चौधरी स्थानीय मुखिया एवं शासी निकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर गुणानंद झा ने मुख्य रूप से संबोधित किया। कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर गुणानंद चौधरी ने शुरू में मिथिला की परंपरा के अनुसार अतिथियों का स्वागत पाग चादर से किया तथा अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया।

इस अवसर पर श्रीमती ममता ठाकुर द्वारा प्रस्तुत स्वागत एवं अभिनंदन गान कि लोगों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की।

 

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