सदर एसडीओ अभिषेक रंजन के नेतृत्व में डीलर के दुकान पर की गई छापेमारी के बाद एमओ के दर्ज कराई प्राथमिकी
जेटी न्यूज मधुबनी
मधुबनी। सदर एसडीओ अभिषेक रंजन के नेतृत्व में चार दिन पूर्व अनाज गोदाम पर की गई छापेमारी के मामले में पिरही गांव निवासी भोगेंद्र साह के विरूद्व प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी एमओ सुरेश कुमार ने दर्ज करवाई है। संदिग्ध अनाज प्रथम ²ष्टया अनुदानित दर व कालाबाजारी का प्रतीत होता है।जिसे जब्त कर एसएफसी बाबूबरही में सुरक्षित रखा गया है। बता दें कि गुप्त सूचना के आलोक में सदर एसडीओ खुद पिरही सलखनिया नहर के निकट अवस्थित एक गोदाम में छापेमारी की। जिसमें 1324 बैग चावल एवं 495 बैग गेहूं बरामद किया गया। सभी बैग करीब 50 किग्रा के पाए गए।
सभी बैग भारतीय खाद्य निगम या अन्य खाद्य निगम के थे,लेकिन सिलाई सुआ से की गई थी। गोदाम से चार सुआ, सूतली, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, खाली बोरा आदि पाया गया। गोदाम खुला हुआ था, लेकिन वहां एक भी व्यक्ति नहीं थे। पक्ष रखने को प्रशासन की ओर से समय दिया गया, लेकिन पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच दल के सदस्यों की मानें तो प्रोपराईटर को अपना सबूत व पक्ष रखने को पर्याप्त समय दिया गया, लेकिन प्रोपराईटर उपस्थित नहीं हुए। उनकी ओर से उपस्थित अधिवक्ता भी ठोस सबूत नहीं पेश कर सके।
उपस्थापित किए गए कागजात वाट्सएप या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से मंगवाया गया था। सोनी इंटरप्राईजेज से निर्गत बिल का मूल प्रति भी उपलब्ध नहीं कराया गया। जांच दल के सदस्यों का कहना है कि जब्त चावल का मिलान एसएफसी गोदाम में रखे चावल से किया गया जो हुबहू पाया गया। प्रथम ²ष्टया जब्त खाद्यान्न को अनुदानित वाला माना गया है। अवैध रूप से अनुदानित अनाज की जमाखोरी करते री-बैगिग कर कालाबाजारी की आशंका व्यक्त की गई है।