स्वच्छ भारत मिशन के तहत उजागर हुई व्यापक घोटाला
जेटी न्यूज़
निर्मल कुमार साह
पाकुड़:
पाकुड़ जिले के पाकुड़िया प्रखंड के बसतकुर पंचायत के ग्राम बसतकुर में शौचालय निर्माण में घोटाला चरम सीमा के पार पहुंच चुकी है। सक्षम अधिकारी चैन की नींद ले रही है ।
और बिचौलिया को घोटाला करने की छूट दे दी गई है, मामला आदिम जनजाति संथाल समुदाय से जुड़े होने के बावजूद अधिकारी आराम फरमा रहे हैं एक और सरकार आदिम जनजाति को सारी सुविधाएं मुहैया कराने में प्रयासरत हैं और दूसरी और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की मिलीभगत से व्यापक घाटोला किया जा रहा है !स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण योजना को बंदरबांट कर योजना की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है!
और विभाग के अधिकारियों को रुपयों के जुगाड़ में लगे हुए हैं।भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में जिस तरह से घोटाला किया जा रहा है इससे प्रतीत होता है कि घोटाला करने वाले बेखोफ होकर घोटाला कर रहे हैं। जब इस संबंध में बसतकुर पंचायत के मुखिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उसने बताया कि इसी तरह सब मिल जुल कर हमलोग काम करते हैं और आप समाचार नहीं छापिए इससे अच्छा नहीं होगा। विचारणीय पहलू यह है कि जिस तरह से शौचालय निर्माण योजना को धरातल पर बना दिया गया है, इसी शौचालय में अगर संबंधित कनिया अभियंता को दो-तीन महीने में सोच के लिए भेजा जाएगा तो उनको गुणवत्ता की सच्चाई का पता लग जाएगा।
जिला के उपायुक्त महोदय अगर एक निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर प्रखंड के शौचालय निर्माण योजना की जांच शुरू करवा दें तो पाकुड़िया प्रखंड में शौचालय निर्माण योजना की पोल खुल जाएगी।
इस संबंध में जब कनीय अभियंता से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन पर फोन नहीं लगा।