शनिवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

शनिवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन

जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया गया उद्घाटन ।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ममता वर्मा ने की

जेटी न्यूज़

आर.के.राय
समस्तीपुर: शनिवार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष आयोजित की गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया बच्चों के बीच मेहंदी प्रतियोगिता में उत्तीर्ण बालिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । प्रतियोगिता में प्रथम नीतू कुमारी, द्वितीय आकांक्षा कुमारी, तृतीय स्वीटी कुमारी और खुशी झा शामिल है ।वही जिले के विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के अच्छे कार्य किए जाने के लिए पांच सेविकाओं को सैनिटाइजे…कीट देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली सेविकाओं में समता कुमारी, राधा देवी ,बेबी देवी, सीमा कुमारी और रेनू कुमारी प्रमुख है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ममता वर्मा ने की । इस अवसर पर मीडिया उन्मुखीकरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।


इस अवसर पर मीडिया की सहभागिता पर विस्तार से चर्चा करते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर झंझट टाइम्स के संपादक आर० के० राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। श्री राय ने कार्यक्रम में उपस्थित कर्मियों पदाधिकारियों व मीडिया कर्मियों को अपने अनुभव साझा की। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सतीश प्रसाद सिन्हा ने आधुनिकता के दौर में बेटा और बेटियों के बीच अंतर पाटने की बात कही। वही बढ़ रही नए-नए टेक्नोलॉजी के कारण परीक्षण द्वारा लिंग का निर्धारण होने से चिंता जताई।
वहीं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ममता वर्मा ने इस योजना के उद्देश्य के बारे में कहा कि पक्षपाती लिंग चुनाव की प्रक्रिया का उन्मूलन बालिकाओं का अस्तित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करती है । वही बालिकाओं को आंगनवाड़ी केंद्र और कई योजनाओं के तहत शिक्षा सुनिश्चित करना व बालिका बालिकाओं के शोषण से बचाना व उन्हें सही गलत के बारे में अवगत कराना व इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है। लोगों को इसके प्रति जागरूक करना एवं महिलाओं के लिए कल्याणकारी सेवाएं वितरित करने में सुधार करना है ।


इस योजना के तहत मुख्य रूप से लड़के एवं लड़कियों की लिंग अनुपात में ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव और सेक्स डिटरमिनेशन टेस्ट को रोका जा सके। इस योजना का उद्देश्य बेटियों के अस्तित्व को बचाना एवं उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना भी है। मुद्दे को सार्वजनिक विमर्श का विषय बनाना और उसे संशोधित करते रहना सुशासन का पैमाना बनेगा। निम्न लिंक अनुपात वाले जिलों की पहचान कर ध्यान देते हुए गहन और एकीकृत कार्रवाई करना। सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में स्थानीय महिला संगठनों युवाओं की सहभागिता लेते हुए पंचायती राज संस्थाओं स्थानीय नेताओं और जमीनी स्तर पर जुड़े कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने और प्रशिक्षित करते हुए सामाजिक परिवर्तन के प्रेरक की भूमिका में डालना विशेष जमीनी स्तर पर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय समायोजन को सक्षम करेगा। महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति हो रहे अत्याचारों और अपराधों की रोकथाम एवं शिक्षा व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देने की बात कही । इस अवसर पर श्रीमती ममता वर्मा ने तमाम आंगनवाड़ी सेविका महिला पर्यवेक्षक एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ से संबंधित एक शपथ पत्र दिलवाया

website editor :- Ashish anand

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