मृत्युपरांत आर्थिक लाभ के लिए भटक रही महिला।

जेटी न्यूज।

नावकोठी (बेगूसराय) प्रखण्ड क्षेत्र में
प्रवासी मजदूर के मरणोंपरांत उसके परिजन वर्षों से आर्थिक लाभ के लिए भटक रही है। बताते चलें कि प्रखंड के समसा जीतपुर निवासी स्वर्गीय धर्मेंद्र शर्मा की पत्नी दाययंती देवी अपने पति के मौत के बाद सरकार से आर्थिक लाभ प्राप्त करने हेतु कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते थक चुकी है। पीड़िता का कहना है कि उसके पति धर्मेंद्र शर्मा की मौत हैदराबाद में मजदूरी करने के समय बिजली के करंट लगने से 23 नवंबर 2018 को हो गई थी। बताया जाता है कि सरकार के द्वारा प्रवासी मजदूरों को दुर्घटना में मृत्यु होने पर अगर  कामगार कार्ड बना हुआ है तो कई प्रकार के आर्थिक लाभ दिए जाते हैं। जबकि इसके पास कामगार एवं शिल्पकार कार्ड उपलब्ध है।

पीड़िता ने बताया कि मुझे तीन छोटे-छोटे बच्चे एवं बूढ़े सास ससुर की जिम्मेदारी मुझ पर है। आर्थिक तंगी से परेशान प्राण संकट में है। प्रधान सचिव संसाधन विभाग पटना से लिखित गुहार लगा चुकी है। नावकोठी प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी संजय सिन्हा ने बताया कि इस महिला को बिहार शताब्दी असंगठित कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना 2011 के अधीन दुर्घटना पर दो लाख का आर्थिक लाभ मिल सकता है एवं लेबर कार्ड रहने पर एक लाख का दुर्घटना का लाभ मिल सकता है।

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