हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे: म० यूसूफ

हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे: म० यूसूफ

जे०टी०न्यू:-

केसरिया/पू०च०

प्रखण्ड क्षेत्र के नयागाँव पानशाला चौक पर विविध कला विकास समिति द्वारा सोमवार को एक शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मंच के कलाकार म० यूसूफ के मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। वे 64 वर्ष के थे। कुछ दिनो से आईजीएमएस पटना में भर्ती थे। जिनका इलाज के दौरान गत 10 अप्रैल शाम 7 बजे मृत्यु हो गयी। वही मंच के हास्य कलाकार शंभूलाल साह भावुक होकर बताया कि म० यूसूफ पाँच वक्त के नमाजी के साथ-साथ हिन्दू ग्रन्थ के जानकार थे। छोटे उम्र से ही वे अष्टयाम गाने से लेकर हिन्दू के अन्य धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे।

वही मुखिया हरेन्द्र साह ने बताया कि नयागाँव पानशाला चौक पर दुर्गा पूजा के अवसर पर होने वाले रामलीला में वे लगभग 15 वर्षों तक अभिनय किया है। वे कला के प्रेमी थे। उन्होंने अपने कवित्व के माध्यम से हिन्दू-मुस्लिम को जोड़ने का काम किया है। वे सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उनके दिवंगत होने पर शोक व्यक्त करने वालो में सरपंच विनोद कुमार, राजमोहन प्रसाद, अरुण गुप्ता, शंकर राम, अमरेन्द्र कुमार यादव, समिति के अध्यक्ष आलम महम्मद, समिति के सचिव रंजन कुमार, एन्टी क्रॉप्शन के जिला अध्यक्ष मो० असलम, पंकज कुमार, मुन्ना कुमार, रंजीत कुमार गुप्ता, धर्मनाथ कुमार, ईश्वर चन्द्र सिंह, अवनी किशोर, सोमेश्वर प्रसाद इत्यादि थे।

Website editor:- savita maurya

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