उत्पादन बढ़ाने के लिए वैक्सीन कंपनियों की क्या है योजना?

वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों ने उत्पादन बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी है. जून से देश में वैक्सीन का उत्पादन काफी बढ़ जाने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के साथ बैठक की थी.

वैक्सीन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट का उत्पादन मई से बढ़ जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक, सीरम और भारत बायोटेक के साथ ही स्पुतनिक के आयात को मिलाकर देश में वैक्सीन का उत्पादन जून तक 20 करोड़ पहुंच जाने की उम्मीद है. अभी यह 7 करोड़ है.

इस बीच वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों ने सरकार से वैक्सीन की कीमतें वैश्विक स्तर पर प्रतियोगी रखने की अपील की है. भारत बायोटेक ने मंगलवार को बताया कि वह सालाना 70 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन करेगी. उसने दूसरे देशों के लिए प्रति डोज 15 से 20 डॉलर की कीमत तय करने का प्लान बनाया है. ईटी को मिली जानकारी के मुताबिक, भारत में कंपनी करीब 10 डॉलर प्रति डोज की कीमत रख सकती है.

डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज ने मई के अंत या जून तक स्पुतनिक वी की 5 करोड़ डोज आयात करने की योजना बनाई है. कंपनी के अधिकारी ने यह बताया. डॉ रेड्डी के प्रवक्ता ने कहा, “हम कई चैनलों के साथ सहयोग करना चाहते हैं. हम केंद्र सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.”

जून के बाद रूस की वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने की उम्मीद है. लोकल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स की तरफ से किए गाए ब्रिजिंग ट्रायल को एप्रूवल के बाद इसकी सप्लाई बढ़ेगी. ड्रग रेगुलेटर उसके संयंत्र की जांच भी करेगा. ड्रग रेगुलेटर ने हेटरो हेल्थकेयर जैसी कंपनियों की जांच शुरू कर दी है.

(सौजन्यः इकोनोमिक टाईम्स)

संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार  

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