तोड़े गये पंचायत भवन को बनवाने की उठी मांग, मामला फफौत पंचायत भवन का।

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावंदपुर प्रखंड की सबसे बड़ी आबादी वाले फफौत पंचायत के दो पंचायत भवनों में से तारा गांव स्थित पूराने जर्जर पंचायत भवन एवं चाहरदीवारी को तोड़ दिया गया है, परंतु निर्माण कार्य शुरू करने के तुरंत बाद रोक दिये जाने से निर्माण का मामला अधर में लटक गया है. पंचायत भवन की अतिक्रमित भूमि को खाली कराये जाने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य करवाने की मांग ग्रामीणों ने किया है.

क्या है मामला:-

फफौत पंचायत में दो पंचायत भवन बनाया गया था.आजादी प्राप्ति के बाद तत्कालीन मालपुर पंचायत एवं फफौत पंचायत में एक- एक पंचायत भवन बनवाया गया था.बाद में दोनों पंचायतों को मिलाकर फफौत पंचायत बनाया गया.वर्तमान समय में एक पंचायत भवन मालपुर गांव में है, जबकि दूसरा तारा गांव में. मालपुर गांव स्थित पंचायत भवन का जीर्णोद्धार करवाया गया, परंतु तारा गांव स्थित पंचायत भवन का जीर्णोद्धार नहीं हुआ.वर्तमान मुखिया के द्वारा इस जर्जर पंचायत भवन को चकाचक बनवाने की योजना बनवायी गयी.कार्य रुप देने के लिए पूराने पंचायत भवन एवं चाहरदीवारी को तोड़ दिया गया.लगभग 12 लाख रुपये की प्राक्कलित राशि से इसके जीर्णोद्धार की योजना बनायी गयी.मामले में पेंच तब आया जब ग्रामीणों ने कहा कि निर्माण स्थल पर 12 कट्ठा 2 धुर सरकारी जमीन है, जिसका खेसरा 1861 है. इस जमीन के एक भाग में उत्क्रमित मध्य विद्यालय कन्या तारा बना हुआ है.जबकि मात्र 5 कट्ठा 7 धुर पर ही स्कूल व पंचायत भवन का कब्जा है.शेष भूमि अतिक्रमित है.ग्रामीणों का कहना है कि अतिक्रमित जमीन को मुक्त करवाया जाए और शेष बची पूरी जमीन पर पंचायत भवन बनवाया जाय.

बताते चले कि निर्माण कार्य रुक जाने से धाराशायी पंचायत भवन का अवशेष सामग्री दिन प्रतिदिन गायब हो रहा है.कार्य स्थल पर मात्र ईट बच गया है.

वहीं पंचायत के पूर्व मुखिया अनिल कुमार ने आरोप लगाया है कि बिना स्वीकृति लिये ही पूराने पंचायत भवन को वर्तमान मुखिया के द्वारा तोड़ दिया गया है.उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 में पंचायत निधि की चार लाख रुपये की प्राक्कलित राशि से इसका जीर्णोद्धार करवाया था.

पंचायत भवन अच्छी हालत में थी, परंतु वर्तमान मुखिया ने इसको धाराशायी कर निर्माण के नाम पर सरकारी राजस्व का चुना लगाने की योजना बनाया है. जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.

ग्रामीणों की है मांग:-

फफौत पंचायत के आमलोगों का कहना है कि इस पंचायत में एक पंचायत भवन पहले से है.जिसमें सरकारी कामकाज का निष्पादन होता है.सरकार की योजना है कि प्रत्येक पंचायत में एक पंचायत सरकार भवन हो.चूंकि फफौत सबसे बड़ा पंचायत है.यहां पंचायत सरकार भवन की आवश्यकता है. वर्तमान मुखिया को पंचायत सरकार भवन बनवाने के लिए पहल करनी चाहिए, ताकि ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी से जुड़े सभी जनप्रतिनिधि व कर्मी एक साथ काम कर सकें.और यहां के लोगों को किसी काम के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ें.

कहते हैं मुखिया:-

तारा गांव स्थित पूराना पंचायत भवन जर्जर था. समय- समय पर इस पंचायत भवन में बैठकें हुआ करती थी. जो खतरे से खाली नहीं था.कभी भी दुर्घटना हो सकती थी.इसको देखते हुए पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि से इसका जीर्णोद्धार करवाने की योजना बनवायी गयी.निर्माण कार्य शुरू हुआ तो विरोधी पक्ष के लोगों ने जानबूझकर अड़ंगा खड़ा कर दिया और निर्माण कार्य को रोक दिया.उन्होंने बताया कि पंचायत के लोगों की आम सहमति से यह योजना पारित की गयी थी.जल्द ही सारे व्यवधानों को दूर कर निर्माण कार्य पुनः शुरू किया जाएगा.

किरण देवी, मुखिया, ग्राम पंचायत राज फफौत

धाराशायी फफौत पंचायत भवन का अवशेष

Edited By :- savita maurya

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