भरतीय पिछड़ा शोषित संगठन के तत्वाधान में नीट परीक्षा में ओबीसी अभ्यर्थियों को 27 प्रतिशत आरक्षण की माँग को ले कर धरना प्रदर्शन

भरतीय पिछड़ा शोषित संगठन के तत्वाधान में नीट परीक्षा में ओबीसी अभ्यर्थियों को 27 प्रतिशत आरक्षण की माँग को ले कर धरना प्रदर्शन
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को सौंपा माँग पत्र

जेटी न्यूज दरभंगा/मधुबनी।

भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन, दरभंगा जिला इकाई के जिला अध्यक्ष दिनेश साफी की अध्यक्षता में राज्यों से प्राप्त केंद्रीय कोटा में नीट में अन्य पिछड़ा वर्ग के बिध्यार्थियों को आरक्षण नहीं देने तथा वर्ष 2021 की जनगणना में जातिवाद करना जनगणना को शामिल नहीं करने के विरोध में धरना स्थल, पोलो मैदान, लहरिया सराय में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया और धरना के पश्चात जिलाधिकारी दरभंगा के माध्यम से एतत् संबंधी मांग पत्र मेमोरेंडम महामहिम राष्ट्रपति माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय को दिया गया। संगठन के राज्य अध्यक्ष उमेश राय के संयोजन एवं यादव के संचालन में आयोजित इस धरना में समाज के विभिन्न वर्गों संगठनों बुद्धिजीवी हो सामाजिक एवं राजनीति कार्यकर्ताओं ने काफी संख्या में भाग लिया और अपने अपने विचार रखे सबों ने नीट में ओबीसी आरक्षण पर हमले को मेधा पर हमला आरक्षण खत्म करने की सुनिश्चित तैयारी मनुवाद को आगे बढ़ाने की चाल अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग वर्ग ओवर अल्पसंख्यक समुदायों के मनोबल को तोड़ने वाला तथा इन वर्गों की मुख्यधारा में आने से रोकने वाला बताया इस संदर्भ में प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर अजीत कुमार चौधरी ने कहा कि कहां के आरक्षण के मामले में सप्ताह संपोषित खाद यंत्र के तहत मेधा का तिरस्कार और मेधा कुंठा ग्रस्त किया जा रहा है जातीय जनगणना कराकर दलित पिछड़े एवं अल्पसंख्यक समुदाय की नीति निर्धारण इकाइयों और राजकाज में समुचित प्रतिनिधित्व देने की योजना की तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है l

 मिथिला विश्वविद्यालय के प्राध्यापक अफसर एसएन चौधरी ने इस अवसर पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आप आने वाले दिन अपने पुरोधा पुरा पुरा धाम जिन्होंने सामाजिक परिवर्तन के लिए संघर्ष किए को जानना इसलिए जरूरी है कि हम उनसे प्रेरणा प्राप्त करें वर्तमान को समझें और भावी योजनाएं बनाया उसे मूर्त रूप देन देवे दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय के पूर्व चिकित्सक धाकड़ पी एल पी यादव ने जातिवार जनगणना को वर्ष 2021 की जनगणना में शामिल करने हेतु प्रभाव कारी बहुत चरणबद्ध आंदोलन चलाने पर बल दिए अपने अध्यक्षीय भाषण में दिनेश साफी ने कहा कि पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक समुदायों के पारस्परिक फुट के को खत्म करने की सामाजिक ताना-बाना को कमजोर करने के लिए ही मनु वादियों, यथास्थिति वादियो ने लोगों को विभिन्न जातियों उप जातियों एवं धर्मों में बांट दिया है और उनके बीच भी पारस्परिक भेदभाव बनाया जाता है। बी पी एस एस के राज्य अध्यक्ष उमेश राय ने कहा की नीट में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण बहुत जातिवार जनगणना को वर्ष 2001 की जनगणना में शामिल करते हो करने की ठोस आंदोलन की शुरुआत होगी और इससे उसको तार्किक अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इस क्रम में उन्होंने कहा किजल्द ही संबंध समिति बनाकर जा जल्द ही एक समन्वय समिति बनाकर अगला कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। दूसरी ओर भरतीय पिछड़ा शोषित संगठन ,मधुबनी शाखा की ओर से जिला पदाधिकारी के माध्यम से एक माँग पत्र महामहिम मुख्य न्यायधीश सुप्रीम कोर्ट ,राष्ट्रपति एबं प्रधानमंत्री भारत सरकार ,नई दिल्ली की सौपा गया ।भरतीय पिछड़ा शोषित संगठन ,मधुबनी जिला संयोजक विष्णु देव यादव के द्वारा दिये गए माँग पत्र में में देश के 60 प्रतिशत से अधिक आबादी बाले पिछड़े एबं अति पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नीट परीक्षा में 27 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किए जाने की माँग की गई है। धन्यवाद ज्ञापन महेश यादव ने किया।

धरना के अन्त में एक एक प्रस्ताव पारित कर जातिवार जनगणना में शामिल नहीं करने के पक्ष में दरभंगा के विधायक श्री संजय शराबगीकी के बयान की निंदा की गई और उनके ऐसे बयान को पिछड़ोंद्वारा उन्हें दिये गये गए मत के साथ विश्वासघात बताया गया। साथ बिहार सरकार सरकार से अनुरोध किया गया कि जब तक राज्यों से प्राप्त केंद्रीय कोटा में पिछड़े वर्ग को आरक्षण नहीं दिया जाता है तब तक बिहार सरकार केंद्र को इस हेतु समर्पित अपना सीट वापस ले। इस धरना में राजीव कुमार पासवान, भूषण मंडल, सुशील कुमार मंडल, पंकज कुमार, ठाकुर, कुंदन महतो, अमित कुमार मंडल, अजय मंडल, प्रवीण कुमार प्रशांत, बलराम राम, डॉक्टर संतोष कुमार, बलराम राम, देवेंद्र कुमार, प्रमोद मंडल, सतीश मंडल, दशरथ पंडित, अनेक नेताओं ने अपने अपने विचार रखे।

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