*कठिनतम चुनौतियों के बीच डब्ल्यूआईटी की छात्राओं को मिल रहे हैं कई सुनहरे अवसर….*

*कठिनतम चुनौतियों के बीच डब्ल्यूआईटी की छात्राओं को मिल रहे हैं कई सुनहरे अवसर….*

जेटी न्यूज़:-

दरभंगा ::करोना के इस कठिन समय में भी डब्ल्यूआईटी की छात्राएँ लगातार अपनी कई उपलब्धियां दर्ज करा रही है। संस्थान के सत्र 2016-20 बैच की लगभग 20 छात्राओं ने विश्व विख्यात आईटी कंपनियां जैसे कैपजेमिनी, माइंडट्री, ओरेकल, टीसीएस एवं एसेंचर में प्लेसमेंट पाकर संस्थान एवं मिथिलांचल का नाम रोशन किया। वर्तमान में सत्र 2017-21 कि लगभग 15 छात्राएं “कॉग्निजेंट के प्रतिष्ठित” “डिजिटल नर्चर” प्रोग्राम के तहत लगातार ट्रेनिंग प्राप्त करते हुए प्लेसमेंट प्राप्ति की ओर अग्रसर है। इसी तरह विश्व विख्यात अंतर्राष्ट्रीय आईटी कंपनी “टीसीएस” ने भी अब संस्थान की छात्राओं के ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है। छात्राएं 10 अगस्त तक अपना पंजीकरण “टी. सी. एस. आई. ओ. एन.” के पोर्टल पर करा सकती है। तत्पश्चात छात्राओं को विशेषज्ञों के द्वारा ट्रेनिंग देते हुए प्लेसमेंट भी दिया जाएगा। संस्थान की छात्राओं में व्यापक हर्ष का माहौल देखा जा रहा है जिसके लिए उन्होंने संस्थान के निदेशक एवं शिक्षकों के प्रति अपना आभार जताया है एवं भविष्य में भी इस तरह की अवसरों को तलाशने का आग्रह किया। हाल ही में संस्थान की चार छात्राओं ( प्रिया, शिल्पी, अंकिता, एवं अपराजिता) ने विश्व विख्यात संस्था “I CAN GOVERN” के द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार में “COVID-19 Innovation और चुनौतियां” में भाग लेकर अपने विचारों को साझा किया। कार्यक्रम का संपादन बीबीसी के पूर्व पत्रकार डॉक्टर तिलक झा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पद्मश्री प्रोफेसर अनिल गुप्ता, डॉ अनामिका डे (COE, GIAN) एवं डॉ नलिन भारती ( Associate Prof., IIT, Patna) ने डब्ल्यूआईटी के छात्राओं के कैरियर संवर्धन के लिए सभी प्रकार के मदद की पेशकश करते हुए संस्थान में “इनक्यूबेशन सेंटर” स्थापित करने की बात कही।

जिस दिशा में बातचीत जारी है। ज्ञात हो कि विगत 6-8 महीनों में संस्थान के “इमेज बूस्टिंग” को लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं जिस कड़ी में संस्थान ने ” इंटरप्रेन्योरशीप” सेल IIT, Bombay”, “Unnati Solution Pvt. Ltd.”, DBG, Appwars Technologies, Noida से करार किया है। हाल ही में संस्थान नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया आईआईटी खङगपुर से पंजीकृत हुआ है जिससे यहां की छात्राएं एवं प्राध्यापक अत्यधिक लाभान्वित हो रहे हैं। इनके अलावा संस्थान का C- DAC, Patna एवं “Internshala- AICTE Intership Partner” से भी करार है।
सनद रहे कि संस्थान की स्थापना 30 दिसंबर 2005 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति भारत रत्न डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के कर कमलों से किया गया था एवं संस्थान को प्रथम निदेशक के रूप में पद्म श्री स्वर्गीय मानस बिहारी वर्मा का सानिध्य निदेशक के रूप में मिला था। भारत सरकार द्वारा अधिसूचित पिछड़े उत्तर पूर्वी इलाके में स्व-वित्त पोषित मोड में होने के बावजूद संस्था अपनी गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए निरंतर कोशिश करते हुए अपने लक्ष्य( हर गांव से एक कुशल महिला इंजीनियर) प्राप्ति की ओर अनवरत प्रयासरत है।

संस्थान के कठिन लक्ष्य एवं नारी सशक्तिकरण के प्रति समर्पण को देखते हुए वर्ष 2012 में आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा एक 100 एमबीपीएस की सुविधा से लैस नेशनल नॉलेज नेटवर्क के माध्यम से निशुल्क इंटरनेट की सुविधा प्रदान की गई। इसके अलावा वर्ष 2017 में बिहार सरकार के *”सात निश्चय”* पार्ट वन के तहत 10 एमबीपीएस की फ्री वाईफाई की भी सुविधा दी गई। इसके अतिरिक्त सात निश्चय पार्ट वन योजना के तहत ही संस्थान को बिहार सरकार के द्वारा लगभग 38 बिजली के पोल एवं तार निशुल्क उपलब्ध कराए गए हैं । समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को बिहार सरकार के स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का भी समुचित लाभ मिल रहा है। माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय प्रधानमंत्री के नारी सशक्तिकरण की दिशा में लिए हर कदम यथा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि योजनाओं के द्वारा संस्थान की छात्राएं लाभान्वित हो रही है। संस्थान के निदेशक *डॉ यू.के. दास* की अध्यक्षता में संस्थान के चौमुखी विकास एवं उत्थान के लिए कई योजनाएं बनाई गई है जिनका क्रियान्वयन लगातार जारी है।

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