प्रो एस आर रंगनाथन की जयंती मनाई गई दीप्ति झा/जे टी न्यूज

प्रो एस आर रंगनाथन की जयंती मनाई गई
दीप्ति झा/जे टी न्यूज

दरभंगा:::केंद्रीय पुस्तकालय तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में प्रो एस आर रंगनाथन के 129 वें जयंती समारोह के अवसर पर निदेशक सह प्रभारी प्रोफेसर दमन कुमार झा ने उनके मूर्ति पर माल्यार्पण किया और अपने संबोधन में कहा कि डॉक्टर रंगनाथन पुस्तकालय जगत के जनक हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में जो काम किया वह मील का पत्थर साबित हुआ। एक गणितज्ञ होते हुए उन्होंने पुस्तकालय के क्षेत्र में अपनी सोच एवं दृष्टि से जो सिद्धान्त स्थापित किया वह आज तक अकाट्य है।

इनके बनाये सिद्धान्त को सबों ने स्वीकारा और पुस्तक सभी के हाथ तक पहुचे उसमें उन्होंने सफलता प्राप्त की। उन्होंने लंबे समय तक विभिन्न पुस्तकालयों के अध्यक्ष पड़ को सुशोभित किये। और अपने शोध से पुस्तकालय को उच्च से उच्चतर की ओर बढ़ते रहे। उन्हीं के प्रयास से भारत के विभिन्न राज्यों में पुस्तकालय अधिनियम पारित किया गया ।उनके द्वारा स्थापित पांच सूत्रों को प्रोफेसर डॉ दमन कुमार झा ने विस्तृत रूप से चर्चा की।उन्होंने आगे कहा कि पुस्तकेँ जो पहले आलमारी में बंद रहा करती थी उसे प्रो रंगनाथन ही आम जनता के हाथों तक पहुंचाया। इस अवसर पर संस्थानके मिथिलेश कुमार पासवान ने कहा कि पुस्तक ज्ञान का पावर हाउस होता है।

रंजीत कुमार महतो ने कहा कि इस नेशनल लाइब्रेरी डे की शुरुआत रंगनाथन जी के जन्म अवसर पर 1984 से मनाया जा रहा है। गोपाल कृष्ण झा ने पुस्तक के उपयोग पर विस्तृत चर्चा की इस अवसर पर गंगा प्रसाद सूचना प्रौद्योगिकी के आज के परिपेक्ष में इसकी उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की ।इस अवसर पर केंद्रीय पुस्तकालय तथा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान संस्थान के कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।जिसमे प्रमुख थे सर्वश्री रूपकांत झा, रीता कुमारी , अरुण राम ,रामाशीष पासवान चंद्रशेखर मुरमुर ,रजनीश मिश्र, अविनाश कुमार सहनी ,अजीत राम, भारती ,शंभू कुमार दास, प्रीति श्रीवास्तव, लालबाबू ,प्रीति ,काजल ,जागृति ,पूजा मधु, दीपा, अनीशा, ज्योति, आराधना ,कन्हैया आदि।

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