डीआरडीए के सभागार में जिला सलाहकार के द्वारा प्रखंड समन्वकों को ठोस एबं तरल अवशिष्ट प्रबंधन का प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया आयोजित
डीआरडीए के सभागार में जिला सलाहकार के द्वारा प्रखंड समन्वकों को ठोस एबं तरल अवशिष्ट प्रबंधन का प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया आयोजित
जिला के चयनित 40 पंचायतो में शुरू किया जाएगा एसएलडब्ल्यू एम का काम
जेटी न्यूज मधुबनी।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, मधुबनी के सभागार में शनिवार को डीडीसी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रखंड समन्वयकों का उन्मुखीकरण कार्यशाला एवं प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसका प्रशिक्षण मास्टर टेªनर लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला सलाहकार(ठोस एवं तरल अवशिवष्ट प्रबंधन) अमृता कुमारी एवं जिला सलाहकार एमआईएस राजीव कुमार ने दी।
कार्यक्रम की क्रियान्वन की वृहत जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से दिया गया। इस दौरान आवश्यक सभी बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षुओं को ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम हेतु छुटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत से आच्छादन, शौचालयों का रेट्रोफिटिंग, ठोस अवशिष्ट प्रबंधन कार्य, तरल अवशिष्ट प्रबंधन कार्य, सामुदायिक शौचालयों का निर्माण, व्यवहार परिवर्तन हेतु सूचना शिक्षा एवं संचार गतिविधियों सहित अन्य आवश्यक बिन्दुओं को विस्तार से बताया गया।
इससे संबंधित कार्य योजना को प्रोजेक्टर के माध्यम से भी बताया गया। जिला सलाहकार(ठोस एवं तरल अवशिवष्ट प्रबंधन) अमृता कुमारी ने कहा कि इसके लिए पंचायतों में पंचायत एवं वार्ड स्तर पर वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन किया जायेगा। मौके पर प्रखंड समन्वयक कंचन कुमारी, अमृता कुमारी, रूबी कुमारी, अमरेश कुमार, मनोज कुमार, पिंटू कुमार, राजीव रंजन कुमार सहित अन्य बीसी मौजूद थे।
चयनित पंचायतों में बहाल होंगें स्वच्छता कर्मी ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन इकाई के सफल संचालन के लिए पंचायत स्तर पर स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं वार्ड स्तर पर स्वच्छता कर्मी बहाल किये जायेंगे। चयनित पंचायत के सभी परिवारों को कचड़ा संग्रह हेतु नीला एवं हरा दो डस्टबिन दिया जायेगा। परिवारों द्वारा संग्रह किये गये ठोस एवं तरल अवशिष्ट को स्वच्छता कर्मी के द्वारा पैडल रिक्सा एवं ई-रिक्सा के माध्यम से संग्रह कर उसे वार्ड चयनित स्थल अवशिष्ट प्रबंधन इकाई में उसे कचड़ा छटाई हेतु संग्रह किया जायेगा। जिसका पर्यवेक्षण स्वच्छता पर्यवेक्षक करेंगे।
पंचायतों में इस योजना के क्रियान्वयन से गांव एवं समाज स्वच्छ रहेगा। स्वच्छ वातावरण रहने से वहां के लोग स्वस्थ्य रहेगें। जिले के 40 पंचायतों में होगा कचड़ा प्रबंधन का कार्य
ठोस एवं तरल अवशिवष्ट प्रबंधन कार्यक्रम संचालन हेतु प्रथम चरण में जिले के 40 पंचायतों का चयन किया गया है।
चयनित सभी पंचायतों में प्रारंभिक सभी कार्य पूर्ण कर लिये गये। परिवारों को बेसलाईन सर्वे कार्य भी करा लिया गया है। चयनित सभी पंचायत के वार्डो में अवशिष्ट प्रबंधन इकाई हेतु स्थल का चयन किया जाना है। वहीं चयनित पंचायतों में वार्ड स्तर पर स्वच्छता कर्मी एवं पंचायत स्तर पर स्वच्छता पर्यवेक्षक बहाल किये जायेंगे। इसके लिए ग्राम पंचायतों से संग्रहित बेसलाईन सर्वेक्षण के आंकड़ों का कार्य योजना तैयार करने के बारे में भी विस्तार से बताया गया।