गौर के निधन से शोक में डूबी भाजपा
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर के निधन पर समूची पार्टी शोक में डूब गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्री गौर का निधन प्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति है। श्री गौर को सत्य के लिए लड़ने वाले सिपाही और मज़दूरों, गरीबों व कमज़ोर वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में सदैव याद किया जायेगा। गोवा मुक्ति आंदोलन से लेकर आपातकाल तक में पुलिस की लाठियों का निडरता से सामना करने वाले नायक युगों युगों तक हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। उन्होंने कहा कि आपातकाल के समय उन्हें श्री गौर का सानिध्य मिला, जेल के माहौल को मज़ाकिया अंदाज़ में हल्का करने की वे कोशिश करते। किसी विधानसभा क्षेत्र का विकास करना सीखना हो तो श्री गौर से सीखें। गोविंदपुरा क्षेत्र से उन्होंने चुनाव जीतना प्रारंभ किया तो पीछे मुड़कर नहीं देखा, एक ही क्षेत्र से इतने बार जीतकर उन्होंने एक रिकॉर्ड बनाया। यह जनता की सेवा और जनता के प्रति उनके समर्पण से ही संभव हो सका। पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्री गौर पार्टी के मार्गदर्शक रहे। उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने स्वर्गीय गौर को श्रद्धाांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्री गौर ने पार्टी की प्रदेश इकाई को मजबूत करने में सर्वस्व अर्पित कर दिया। राज्य के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। श्री गौर अपराजेय योद्धा रहे। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि श्री गौर सिर्फ नेता नहीं, भाजपा की राजनीतिक सोच वाले मार्गदर्शक भी थे। उनके साथ पार्टी के एक युग का अवसान हो गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता गौर को कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल ग़ौर को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के कई नेताओं और प्रदेश के कई मंत्रियों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें स्मरण किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि श्री गौर के देहांत से उन्होंने एक राजनीतिक साथी खो दिया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में भले ही वे और श्री गौर दो ध्रुवों पर रहे, लेकिन व्यावहारिक रूप से वो उनके दिल के बेहद क़रीब थे। जब भी मिले पूरी गर्मजोशी के साथ मिले। जो भी किया पूरी ईमानदारी से किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयोतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि श्री गौर के दुःखद निधन पर वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे। प्रदेश सरकार में मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि सूर्योदय के इस क्षण में राजनीति का एक सूर्य अस्त हो गया। श्री गौर की राजनैतिक चेतना एवं उनका सम्पूर्ण जीवन एक ऐसी शिक्षाप्रद कहानी है जो हमेशा सादगीपूर्ण एवं सहज जीवन के लिए प्रेरित करता रहेगा। मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि श्री गौर का निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक लोकप्रिय राजनेता के साथ ही शानदार व्यक्तित्व के धनी थे।