अपनी मांगों को लेकर शिक्षक – दिवस के दिन शिक्षकों ने किया सत्याग्रह I

अपनी मांगों को लेकर शिक्षक – दिवस के दिन शिक्षकों ने किया सत्याग्रह I

अलग हो टीईटी एसटीईटी शिक्षकों का संवर्ग:- शिक्षक संघ

प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक बहाली में अनिवार्य हो टीईटी / एस टीईटी तथा अनुभव को किया जाए खत्म – संघ

नव शिक्षकों का अविलम्ब पदस्थापन सुनिश्चित करे सरकार एवं सभी अभ्यर्थियों के नियोजन की हो गारन्टी I

15% बढ़ोतरी चालू करो, नव- प्रशिक्षित शिक्षकों सहित सभी तरह के अंतर वेतन का भुगतान और ससमय वेतन की व्यवस्था सुनिश्चित हो I


जे टी न्यूज/ मनोज कुमार यादव

मोतिहारी, :::टीईटी एसटीईटी शिक्षको ने प्रधान शिक्षकों की बहाली में टीईटी को अनिवार्य करने, टीईटी एसटीईटी शिक्षकों के अलग संवर्ग बनाने, नव चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के पदस्थापन, शेष बचे अभ्यर्थियों के नियोजन की गारंटी देने, विरमन तिथि से ग्रेड पे,प्रशिक्षित शिक्षकों के लिए दो वर्ष की बाध्यता समाप्त करने, पूर्व में सरकार के वादे के अनुरूप 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि का लाभ अगस्त के वेतन से देने,नव प्रशिक्षित सहित सभी प्रकार के एरियर भुगतान करने , पेंशन, ग्रेच्युटी, एसीपी, इंडेक्स 3 की बाध्यता समाप्त करने समेत इक्कीस सूत्री मांगों के समर्थन में टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले जिला मुख्यालय स्थित चरखा पार्क के प्रांगण में शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक सत्याग्रह आंदोलन करके अपना आक्रोश प्रकट किया I

इस दौरान सत्याग्रही शिक्षकों ने मांगों से सम्बंधित बैनर तख्ती हाथों में लेकर लहराते रहे I सत्याग्रही शिक्षको की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष प्रिय रंजन सिंह एवं महासचिव ओम प्रकाश सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद बिहार समेत संपूर्ण भारत में शिक्षक बनने के लिए टीईटी यानी शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना जबकि नई शिक्षा नीति में उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों तक एसटीईटी उतीर्ण होना अनिवार्य कर दिया गया है I ऐसे मे यह बड़ा सवाल है कि आखिर जो शिक्षक भी बनने के पात्र नही है अर्थात टीईटी उतीर्ण नहीं है I

आखिर वे प्रधान शिक्षक या प्रधानाध्यापक कैसे बनेंगे ? यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति और एन०सी०टी०ई० का उल्लंघन है I वही दूसरी ओर जो टीईटी एसटीईटी शिक्षक सभी मापदण्डों एवं अहर्ताओ को पुरा करते हैं, उनके लिए भी प्रधानाध्यापक बहाली मे आठ से दस वर्ष के अनुभव की मांग की जा रही है। यानी सरकार टीईटी शिक्षकों को ठग रही है। वही, संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रूमित रौशन, संतोष कुशवाहा, उपाध्यक्ष मणिभूषण यादव, प्रवक्ता सुधाकर पाण्डेय, सर्वेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि जब परीक्षा ही योग्यता का पैमाना है तो लाखो परीक्षार्थियों में से चुनकर आये टीईटी एसटीईटी शिक्षको का सरकार सम्मान करें एवं उनके लिए अलग संवर्ग गठित करे I

साथ ही किसी भी प्रकार की पदोन्नति में टीईटी को अनिवार्य करें। संघ के जिला संयोजक रामविनय शर्मा, तरुण पासवान, रोहण पाण्डेय, दीपेंद्र कुमार, नमिता किरण, सैदुल्लाह असारी, रंजीत यादव, चेतन आनन्द आदि ने मांग किया कि नव चयनित अभ्यर्थियों का पदस्थापन शीघ्र हो तथा शेष बचे अभ्यर्थियों के नियोजन की गारंटी सुनिश्चित हो। नव प्रशिक्षित शिक्षकों सहित सभी प्रकार के बकाये वेतन का भुगतान , 15% वेतन वृद्धि अब तक न होना सरकार एवं विभाग की उदासीनता का धोतक है I उपस्थित सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अगर सरकार हमारी मांगो को शीघ्रता से पूर्ण नही करती है तो सँघर्ष को और तेज किया जाएगा तथा संघ सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ाई लड़ेगा।

कार्यक्रम के पश्चात एक प्रतिनिधिमण्डल जिलाधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अनुमण्डल अधिकारी को सौंपा गया I जिसे तत्क्षण मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव, निदेशक शिक्षा विभाग को ई- मेल कर दिया गया I मौके पर रौशन साहु, बृजेन्द्र कुमार, शिव शंकर गिरी, कार्तिक कुमार,अजय ठाकुर, रंजन यादव, उमेश गुप्ता राकेश कुमार, पंकज सिन्हा, नवल किशोर ठाकुर, जुवैद हुसैन, संतोष मिश्रा, विकास कुमार, रंजीत कुमार, राधेश्याम कुमार नरेन्द्र पाठक, सुजीत ठाकुर, आनन्द उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

मौके पर समाजसेवी रंजीत गिरी ने सत्याग्रही शिक्षको को अग- वस्त्र एवं माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया गया I जिला प्रशासन की ओर से विधि व्यवस्था संधारण हेतु संतोष कुमार परियोजना पदाधिकारी और वरिय प्रभार में नगर थानाध्यक्ष एवं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मोतिहारी उपस्थित थे I

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