*प्रेस क्लब भवन को हंस्तारित करने को लेकर जिला प्रशासन और पत्रकारों में शुरु हुआ कागजी युद्ध, अहम भूमिका निभा रहें जिला सूचना जनसम्पर्क पदाधिकारी। रमेश शंकर झा/राजेश कुमार वर्मा की रिपोर्ट, समस्तीपुर बिहार। सब पे नजर, सबकी खबर।*

 

रमेश शंकर झा/राजेश कुमार वर्मा की रिपोर्ट,

समस्तीपुर बिहार।

 

समस्तीपुर:- जिले में प्रेस क्लब भवन को लेकर जिला प्रशासन और जिले के विभिन्न पत्रकारों के साथ चल रहा प्रेस क्लव भवन को हंस्तारित करने का मुद्दा समाचार पत्र की सुर्खियां बन गया हुआ हैं । प्रेस क्लब भवन में राजनीति घुसते ही मामला गरमाता जा रहा हैं । बताते हैं की विगत एक महीने से प्रेस क्लव भवन हंस्तारित करने में जिला प्रशासन की मनमानी को लेकर जिले के विभिन्न पत्रकार आक्रोशित हैं और वरीय प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर कई पत्र जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री बिहार , सूचना विभाग के निदेशक , राज्यपाल को निवंधित और मेल के माध्यम से शिकायत करते हुऐ दिशा निर्देश प्रेस क्लब भवन को हंस्तारित करने और प्रेस क्लब अध्यक्ष / सचिव का चुनाव कराने सहित जिले में कार्यरत पत्रकारों की समाचार पत्र का प्रमाण सम्पादक से करवा कर विधिसम्मत चुनाव कराने की मांग करते विगत वर्ष २०१७ से ही लगातार करते चले आ रहे है लेकिन प्रेस क्लब भवन के असली दावेदार की मांग और निबंधन डीड को दरकिनार करते हुए जिलाधिकारी को जनसंपर्क पदाधिकारी किसी के दबाव में आकर मोहपास में लेते हुए कथित रूप से बिना जिले के पत्रकारों को कोई सूचना दिए आनन फानन में उद्घाटन समारोह का आयोजन १५ अगस्त १९ को कर दिया गया जिसकी सुचना जिले के पत्रकारों को १७ अगस्त १९ को प्रकाशित समाचार पत्र के माध्यम से जिले के पत्रकारों को मिला जिसके कारण स्थानीय पत्रकारों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों में भी आक्रोश व्याप्त है। इधर जिला सूचना एंव जनसंपर्क पदाधिकारी ने आक्रोशित पत्रकारों के विरुद्ध तुगलकी फरमान जारी करते हुऐ दैनिक जागरण के विधि संवाददाता सह समस्तीपुर प्रेस क्लब के न्यासी राजेन्द्र कुमार झा अधिवक्ता , दूर देहात के सम्पादक सह न्यासी विकास कुमार , रोजनामा राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार मनजरूल जमील , झंझट टाईम्स के सम्पादक आर.के.राय , सन-ज्योति के समाचार सम्पादक जयशंकर प्रसाद सिंह , मीडिया दर्शन हिन्दी दैनिक के पत्रकार राजेश कुमार वर्मा सहित दैनिक भास्कर समस्तीपुर के प्रभारी को पत्रांक सं० ३५३ ( क ) दिनांक १९..०८.१९ राजनीति से प्रेरित होकर समस्तीपुर प्रेस क्लब भवन को हंस्तारित करने में मनमानी करने के पत्रकारों के आरोप के जबाब दिऐ बिना पत्रकारों को ही पत्र देकर स्पष्टीकरण देने की मांग कर दिया गया । 

समस्तीपुर जिले के विभिन्न पत्रकारों से मांगी गई स्पष्टीकरण का पत्र जारी किऐ हुऐ आज चार दिन हो गए है लेकिन इस पत्र को आजतक मात्र एक दो पत्रकार को ही हस्तगत कराया गया है । 

मालूम हो की पत्रांक ३५३ ( क ) जि०ज०स० कार्या० से जिला जनसंपर्क पदाधिकारी समस्तीपुर के द्वारा जारी पत्र के जबाब मीडिया दर्शन के पत्रकार राजेश कुमार वर्मा ने जनसम्पर्क पदाधिकारी की कार्यशैली से विभाग पर ही धब्बा लगने की बात करते हुऐ समस्तीपुर जिला के जनसम्पर्क पदाधिकारी सहित मुख्यमंत्री बिहार सरकार , सूचना जनसंपर्क निदेशक पटना को पत्रांक सं० ०१/सम०मी०न्यूज/१९ दिनांक २२.०८.१९ को मेल के साथ ही आवेदन पत्र देते हुऐ कहांं है की पत्रांक ३५३ ( क ) दिनांक १९.०८.१९ का स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि मीडिया दर्शन हिंदी दैनिक कार्यालय समस्तीपुर में सन-ज्योति साप्ताहिक समाचार पत्र कार्यालय के लेटर हेड से समाचार सम्पादक जयशंकर प्रसाद सिंह के हस्ताक्षर से न्यूज प्रकाशित करने वास्ते जिलाधिकारी के नाम से संवोधन किया हुआ पत्र की प्रतिलिपि की प्रति को देखते हुऐ मामले की गंभीरता को लेकर समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया । पत्रकार श्री वर्मा ने आगे कहा है कि इसकी सत्यता की जानकारी महोदय् को भी है । शिकायत पत्र की प्रतिलिपि के आधार पर समाचार प्रकाशित किया गया है अगर श्रीमान् को किसी प्रकार से समाचार भ्रामक लगता है तो आप अपने स्तर से समूचित साक्ष्य फोटोज इत्यादि के साथ मीडिया दर्शन कार्यालय को समाचार का खंडन करते हुए समाचार पत्र में प्रकाशित करने वास्ते हार्ड प्रति में उपलब्ध कराया जायें अन्यथा अबतक जो भी समाचार प्रेस क्लब भवन को लेकर प्रकाशित किया गया है वो सत्य साबित होते हुऐ जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी की मंशा को स्पष्ट उजागर होने की बात कही है। श्री वर्मा ने यह भी कहा है की पत्रकारों द्वारा दिए आवेदन पत्र की अनदेखी करते हुऐ प्रकाशित समाचार की स्पष्टीकरण मांग रहे हैं और जिले के पत्रकारों को अनदेखी कर अपनी मनमानी करने पर तुले हुए हैं जिससे सूचना विभाग की प्रतिष्ठा धूमिल होने का आसार बढ़ने लगा है अगर पत्रकार जिला प्रशासन से ही प्रखंड एंव पंचायतों के कार्यालय में हो रहे धांधली की साक्ष्यों की सबूत दिखाते हुऐ स्पष्टीकरण की मांग करने की शुरुआत भभं कर समाचार पत्र की सुर्खियां बनाने का अभियान चलाने का काम शुरू कर दें।

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