मौत के सौदागरों ने रामगढ़वा गल्ला व्यवसायी अजीत कुमार कि गोली मारकर की हत्या, नोट से भरा बैग लूट पेस्तौल लहराते भाग गये हत्यारे
मौत के सौदागरों ने रामगढ़वा गल्ला व्यवसायी अजीत कुमार कि गोली मारकर की हत्या, नोट से भरा बैग लूट पेस्तौल लहराते भाग गये हत्यारे
घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अपराधियों की नहीं हुई गिरफ्तारी
जेटी न्यूज
डी एन कुशवाहा
रामगढ़वा पूर्वी चंपारण- स्थानीय गल्ला व्यवसायी शंभू प्रसाद के 30 वर्षीय पुत्र अजीत की हत्या कर लूटपाट किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मिली जानकारी के अनुसार अजीत कुमार रविवार की संध्या रक्सौल से लहना वसूल कर वापस रामगढ़वा आ रहे थे, कि पूर्व से रघुनाथपुर हाई स्कूल के पास घात लगाए मौत के सौदागरों ने उन पर अटैक कर दिया। और अंधाधुंध फायरिंग कर उन्हें मौत की घाट उतार रूपए से भरा बैग नौ दो ग्यारह हो गए। उक्त घटना की सूचना मिलते ही अगल-बगल के राहगीरों द्वारा आनन-फानन में अजीत कुमार को एसआरपी हॉस्पिटल रक्सौल ले जाया गया जहां के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उक्त घटना की सूचना मिलते जहां रामगढ़वा वासियों में मातमी सन्नाटा छा गया, वही व्यवसायी शंभू प्रसाद के घर में कोहराम मच गया। गोली कांड की घटना सुन रामगढ़वा पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और एसआरपी हॉस्पिटल पहुंच मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद मृतक अजीत कुमार का अंतिम संस्कार उनके पैतृक घर रामगढ़वा के तिलावे नदी घाट पर सोमवार को अश्रुपूरित नयनों के साथ कर दिया गया। उक्त घटना की खबर मिलते ही रामगढ़वा के नवगठित व्यवसायी संघ के द्वारा आनन-फानन में बैठक किया गया और एक ग्यप्ति देकर संघ के अध्यक्ष व सेवानिवृत्त शिक्षक द्वारका प्रसाद, संयोजक व पूर्व मुखिया बाल किशोर प्रसाद, संत कुमार सिंह, कुणाल कुमार तथा राजन कुमार गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारियों ने प्रशासन से अविलंब अपराधियों की गिरफ्तारी करने, मृतक को 50 लाख रुपैया मुआवजा दिलाने, इच्छुक व्यवसायियों को आर्म्स का लाइसेंस देने तथा सभी व्यवसायियों को सुरक्षा मुहैया कराने सहित अन्य मांग की गई। वहीं उक्त घटना की सूचना मिलते हैं रामगढ़वा के नवनिर्वाचित प्रखंड प्रमुख पति श्रीकांत दुबे शोकाकुल परिवार में पहुंचकर मृतक अजीत कुमार के पिता शंभू प्रसाद से मिलकर सांत्वना दिए। और कहा कि प्रशासन से उनको भरपूर सहायता मुहैया कराएंगे। उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन की भूमिका सकारात्मक नहीं रही तो वे वरीय पुलिस पदाधिकारियों से भी संपर्क साध कर अपराधियों की यथाशीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग करेंगे।
गौरतलब हो कि माता पिता के बुढ़ापे का सहारा व द्वितीय पुत्र अजीत कुमार की हत्या के बाद परिवार के लोगों पर दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा। अजीत की हत्या के बाद माता-पिता,भाई, पत्नी व उनके दो मासूम बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
दरवाजे पर जैसे ही अजीत का शव पंहुचा उसकी माँ मालती देवी और गल्ला व्यवसायी पिता शम्भू प्रसाद बेहोश होकर गिर पड़े।इससे भी बुरा हाल इसकी पत्नी कविता देवी का हो रहा था।पत्नी कविता देवी कह कर बेहोश होकर गिर जाती थी कि उसके पति ने किसका क्या बिगाड़ा था।इसकी शादी के पांच साल भी ठीक से पूरे नही हुए है। इनको दो बेटियां भी हैं। जिसमें प्राची सबसे बड़ी है और साढ़े तीन साल की है। दूसरी काव्या है जो मात्र दो वर्ष की है। पत्नी कविता देवी पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा है।
बड़े भाई अमित कुमार सेना में कार्यरत हैं।जमशेदपुर में इनकी पोस्टिंग है।खबर सुनते ही वे छुट्टी लेकर रामगढ़वा पंहुचे। वे परिवार की हालत को विक्षिप्त देखकर खुद मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।रोकर सबकी आंखे फूल गईं हैं।मिलने व सांत्वना देने के लिए लोग दरवाजे पर आ रहे हैं।