टेलीमेडिसीन से बीमारियों से ग्रसित मरीजों का घर बैठे हो रहा इलाज – आशा कार्यकर्ता टेलीमेडिसीन से इलाज में कर रही है सहयोग – ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श की सुविधाए हैं उपलब्ध

टेलीमेडिसीन से बीमारियों से ग्रसित मरीजों का घर बैठे हो रहा इलाज
– आशा कार्यकर्ता टेलीमेडिसीन से इलाज में कर रही है सहयोग
– ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श की सुविधाए हैं उपलब्ध


जेटी न्यूज

मोतिहारी पूर्वी चंपारण- जिले में टेलीमेडिसीन से मरीजों के इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इससे शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों को
बिना अस्पताल गए, उनके अपने क्षेत्रों में घर बैठे ही इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिससे मरीजों में खुशी देखी जा रही है। सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य विभाग से टैब दी गई है जिससे वे ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध करा रही हैं। इससे चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन काउंसिलिंग की जाती है। मरीजों के लक्षण व बीमारियों की जानकारी लेकर डॉ द्वारा तुरंत परामर्श दी जाती है परामर्श अनुरूप दवायें भी निःशुल्क उपलब्ध करायी जा रहीं हैं।


पूर्वी चम्पारण जिले के मोतिहारी, पिपराकोठी, पकड़ीदयाल, समेत कई प्रखण्डों में यह सुविधा चिकित्सा के क्षेत्र में काफी मददगार साबित हो रहा है। खासकर महिलाएं जो घरेलू कार्यों में व्यस्त रहती या संकोच करती, अस्पताल जाने में देरी करती है ,वैसे लोगों के लिए भी टेलीमेडिसीन काफी मदद कर रहा है।

– बासमनपुर,सिरसा, ढेकहां रुलही, पतौरा,में मरीजों का हो रहा है इलाज;
पूर्वी चंपारण के सदर प्रखंड मोतिहारी के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के कई ग्रामीण इलाकों यथा- बासमनपुर,सिरसा, ढेकहां रुलही, पतौरा, चंद्रहिया व अन्य क्षेत्रों में अबतक सैकड़ों की संख्या में मरीजों द्वारा टेलीमेडिसीन चिकित्सा व्यवस्था का लाभ उठाया जा चुका है। वहीं कई मरीजों को तत्काल उपलब्ध दवाएं भी दी जाती हैं। सदर पीएचसी प्रबंधक संध्या कुमारी ने बताया कि इस सुविधा से अब घर बैठे ही मरीजों के कई प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा शुरू टेलीमेडिसीन सुविधा के माध्यम से निपुण चिकित्सकों द्वारा परामर्श एवं दवा मिलने से मरीजों को काफी राहत मिल रही है।

– मरीजों को इलाज के साथ मिल रही है दवाएं:
सदर स्वास्थ्य केंद्र के आरबीएसके चिकित्सक डॉ खालिद अनवर ने बताया जिले में टेलीमेडिसीन सेवा के माध्यम से 37 प्रकार की दवाएं मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही हैं।

– अनावश्यक खर्च व समय की होती है बचत;
इससे अनावश्यक ख़र्च नहीं होती व समय की भी बचत होती है। अस्पतालों की भीड़ को कम करने के लिए टेलीमेडिसीन सेवा की शुरुआत की गयी है। इसके माध्यम से आप घर बैठे ही सामान्य बीमारियों का इलाज  करवा सकते हैं। ई-संजीवनी के तहत कोई भी नागरिक भारत के किसी भी कोने में घर बैठे अपना इलाज करवा सकता है। इस सुविधा ने कोविड की रोकथाम के साथ-साथ गैर-कोविड आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं में भी अपनी उपयोगिता सिद्ध की है।

– क्या होता है टेलीमेडिसीन ;

टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की एक उभरती हुई टेक्नोलॉजी है। जो कि डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए कुछ दूरी पर बैठे रोगी की जांच करने और उसका उपचार करने में मदद करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन “डब्ल्यूएचओ” के अनुसार, टेलीमेडिसीन सेवा वह सेवा है जिसमें अनुभवी स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा तकनीक का उपयोग करके ऐसे स्थानों पर रोगों की जांच, उपचार , बीमारियों के रोकथाम, मूल्यांकन आदि की सेवा प्रदान करना है, जहां रोगी और डॉक्टर के बीच काफी दूरी होती है। मौके पर लकी दास, भारती बाला राय , आशा कुमारी के साथ अन्य लाभार्थी व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button