प्रभारी मंत्री के सरकारी समीक्षा बैठक में महागठबंधन के घटक वामदलों को नहीं बुलाने पर जिला पदाधिकारी के प्रति जताया आक्रोश

ब्यूरो चीफ कुलानन्द यादव की रिपोर्ट जेटी न्युज सहरसा

सहरसा :- गुरुवार को पंचायती राज्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम के साथ जिले के सभी सरकारी विभागों के समीक्षा बैठक में महागठबंधन के घटक दल सीपीआई, सीपीएम और भाकपा माले के प्रतिनिधियों को बैठक में नहीं बुलाए जाने पर वामदलों के नेताओं ने जिला पदाधिकारी के प्रति आक्रोश जाहिर करते हुए जिला पदाधिकारी के इस कदम की घोर निंदा की है। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाकपा माले युवा नेता कुंदन यादव, सीपीएम जिला सचिव मंडल सदस्य कुलानंद कुमार और सीपीआई जिला कमिटी सदस्य शंकर कुमार ने कहा कि जिला पदाधिकारी द्वारा समीक्षा बैठक में वामदलों को नहीं बुलाकर जनता के ज्वलंत समस्याओं को दबाने और जिला में खुलेआम चल रहे भ्रष्टाचार रुपी काले कारनामे को छुपाने का असफल प्रयास किया है ताकि प्रभारी मंत्री तक जिला प्रशासन के गलत कारनामें की आवाज नहीं पहुँच सकें। लेकिन जिला पदाधिकारी को ये मालूम होना चाहिए कि वामदलों को सरकारी बैठक में आने से रोककर अपना कारनामें को छुपा सकते है लेकिन सड़कों पर काले कारनामों का विरोध करने और आम जनता के हितों की लड़ाई को नहीं रोक सकते है। और नेताद्वय ने कहा जिला में अफसरशाही बेलगाम है आम जनता सरकारी व्यवस्था से त्रस्त है कागजी जटिलताओं ने विभिन्न सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं से आम जनता को वंचित करने की बड़ी साजिश चल रही है मनरेगा, नल जल, नाला निर्माण, शहर के सभी बिजली पोल पर लाइट, पीडीएस, सात निश्चय सहित अन्य जनहित कार्यों में सरकारी बाबुओं के नेतृत्व में भ्रष्टाचार व लूट का उद्योग चल रहा है थाना से लेकर ब्लॉक सहित जिला व प्रखंड के तमाम विभागों में आम जनताओं को इंसाफ नहीं मिल रहा है सब जगह कमीशन व घूसखोरी का खेल चल रहा है किसानों को यूरिया नहीं मिला रहा है और दलालों की चांदी कट रही है जिले के शराब माफियाओं पर कारवाई करने के बदले पासी समाज, दलित-गरीबों को पकड़कर जेल भेजा जा रहा है। वामदलों को समीक्षा बैठक में नहीं बुलाने पर जिला प्रशासन के खिलाफ राज्य सरकार से कारवाई करने की माँग करते है अगर कारवाई नहीं हुई मामला को बिहार विधानसभा में उठाया जाएगा।

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