नदी किनारे सरकारी जमीन जालसाजी कर बेचने की प्राथमिकी दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
नदी किनारे सरकारी जमीन जालसाजी कर बेचने की प्राथमिकी दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
छपरा। सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के कोरर गांव के समीप नदी के जमीन को जाली कागज बनाकर बेचने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में तरैया थाने में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई, जिसमें 11 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नदी का जमीन गैरमजरूआ है। लेकिन कुछ लोग इसका जाली दस्तावेज बनाकर के खरीद बिक्री का दुकान खोल बैठे हैं। गांव के सभी लोग अपने घरों के सामने बेरी और पलानी रखे हुए हैं। तथा सालों से लोग नदी सूखने के बाद इस जमीन पर खेती करते हैं, लेकिन कई सालों के बाद इस जमीन का मालिक बनकर लोग फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन की खरीद बिक्री शुरू कर दिए हैं। जमीन के एक ही प्लाट को दो दो तीन तीन जगह बेचा गया है। अगर इस मामले में कोई त्वरित कार्रवाई नहीं होती है तो, यहां कोई बड़ी घटना हो सकती है, क्योंकि जिस जमीन पर लोग सालों रह रहे हैं। आज अचानक उन्हें यह पता लगता है कि यह जमीन किसी और के नाम बिक्री हो गई है तो, जाहिर सी बात है, ऐसी स्थिति में कोई बड़ी घटना हो सकती है। जो लोग भी जमीन की रजिस्ट्री कर रहे हैं या करा रहे हैं। उनके पास दाखिल खारिज का कोई रसीद नहीं है। देवरिया हाई स्कूल के पास से लेकर के भलुआ शंकरडीह पुल के पास तक का सारा जमीन में फर्जीवाड़ा हुआ है। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।जांच में काफी सारे जाल साज़ों के नाम उजागर होने की उम्मीद है।