दिल्ली के जंतर–मंतर पर धरना पर बैठी खिलाड़ियों के समर्थन में सड़क पर उतरे पटना के नागरिक

दिल्ली के जंतर–मंतर पर धरना पर बैठी खिलाड़ियों के समर्थन में सड़क पर उतरे पटना के नागरिक

एकजुटता सभा आयोजित कर यौन उत्पीड़क कुश्ती संघ के अध्यक्ष के तत्काल गिरफ्तारी की उठाई मांग

धरनार्थी महिला पहलवानों और अन्य खिलाड़ियों के साथ बदसुलूकी करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करे सरकार
जे टी न्यूज

पटना :भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह द्वारा महिला कुश्ती खिलाड़ियों का यौन शोषण करने के ख़िलाफ़ पिछले 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में शनिवार को पटना का नागरिक समुदाय सड़कों पर उतरा.

इस एकजुटता सभा की अध्यक्षता भाकपा–माले के वरिष्ठ नेता के. डी. यादव ने व संचालन कोरस की सचिव समता राय ने की.

बुद्ध स्मृति पार्क में ‘हम, पटना के लोग’ के बैनर तले आयोजित एकजुटता सभा में मौजूद लोग ‘कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करो’, ‘यौन शोषण के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दे रही कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय दो’, ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का झूठा नारा देने वाले नरेन्द्र मोदी शर्म करो’, ‘यौन उत्पीड़न के आरोपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो’, ‘यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को संरक्षण देना बंद करो’ आदि नारे लगा रहे थे.

एकजुटता सभा को संबोधित करते हुए युवा कवि फरीद खां ने कहा कि दरअसल यह सरकार बलात्कार को संस्कृति बनाना चाहती है. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए बलात्कार की विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जंतर-मंतर में धरना पर बैठीं महिला खिलाड़ी सरकार द्वारा बलात्कार को संस्कृति बनाने की इसी कोशिश को नाकाम करना चाहतीं हैं। इस अवसर पर उन्होंने धरना दे रही खिलाड़ियों को समर्पित अपनी कविता ‘माफी’ पढ़कर सुनायी.

वहीं लेखक-उपन्यासकार संतोष दीक्षित ने इस मसले प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का नारा बुलंद करनेवाले को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे केवल एक व्यक्ति को नहीं, बलात्कारियो के परिवार को बचा रहे हैं.

कवि गुंजन उपाध्याय ने इस दोर को भयावह समय बताते हुए कहा कि यह हम किस समय में जी रहे हैं जहां औरतों की इज्ज्त हर पल दांव पर लगी हुई है। उन्होंने जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों की एकजुटता में अपनी कविताएं भी सुनाई.

पीयूसीएल, पटना के अध्यक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ता सरफराज ने इस शासनकाल को ‘काला समय’ बताते हुए कहा कि आखिर क्या वजह पूरी सरकारी मशीनरी एक बलात्कारी सांसद को बचाने पर लगी हुई है। उन्होंने चिंता जताई कि यह हमलोग कैसा समाज बना रहे हैं जहां हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। महिला पहलवानों की बहादुरी की तारीफ करते हुए इस तरह की सभाओं के बार-बार किए जाने की अपील की.

छात्रा रुनझुन ने महिला खिलाड़ियों के साहस को सलाम करते हुए कहा कि बलात्कारी भाजपा सांसद बृज भूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद वह जिस आत्मविश्वास के साथ घूमता फिर रहा है और मीडिया से बातचीत कर रहा है वह सभ्य समाज के लिए कलंक है। उन्होंने महिला पहलवानों की एकजुटता में लिखी अपनी कविता भी सुनाई.

इनके अलावे कोरस से सोनी और अवनि, आइसा के कुमार दिव्यम, नीरज यादव, जन संस्कृति मंच के अनिल अंशुमन, किसान महासभा के उमेश सिंह ने भी संबोधित किया. मौके पर प्रकाश कुमार, मुर्तजा अली, संजय यादव, विनय कुमार, राजेश कमल, प्रशांत विप्लवी, अभिनव, राजन, रिया अंतरा, नीतू, संतोष आर्या, अभिनव, प्रकाश, पूनम आदि कई लोग मौजूद थे.

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