मिथिला विश्वविद्यालय के ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में स्नातकोत्तर अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान तथा हिन्दी विभाग के शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित

मिथिला विश्वविद्यालय के ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में स्नातकोत्तर अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान तथा हिन्दी विभाग के शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित

ऑडियो- वीडियो लैब में अच्छे व्याख्यानों के रिकॉर्ड से विश्वविद्यालय का नाम तथा यहां के शिक्षकों की विद्वता की पहचान संभव- प्रो सुरेन्द्र

कार्यशाला के माध्यम से विश्वविद्यालय के इस नई तकनीक से युक्त लैब का लाभ शिक्षकों के द्वारा छात्रों को मिलेगा- डा चौरसिया
जे टी न्यूज

दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर में स्थापित ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में चल रहे स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों की कार्यशाला के तीसरे दिन अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान तथा हिन्दी विभाग के शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार, ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो ए के बच्चन, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो राजेन्द्र साह, राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो मुनेश्वर यादव, प्रो चन्द्रभानु प्रसाद सिंह, प्रो मुकुल बिहारी वर्मा, डा मनोज कुमार, डा सुरेन्द्र प्रसाद सुमन, डा मंजरी खरे, अनुराधा प्रसाद, प्रो कुलानन्द यादव, डा संकेत कुमार झा, रघुवीर कुमार रंजन, नीतू कुमारी, गणेश कुमार झा, संजय कुमार सुमन, दिनेश कुमार राम, उदय शंकर विद्यार्थी, आईटी सेल के इ. गणेश कुमार पासवान, इ. मुकुंद माधव व इ. एस टी हसन, मंजीत कुमार चौधरी, विकास कुमार गिरि, प्रशांत कुमार झा, राम भरत तथा मोहम्मद जहीरुद्दीन आदि उपस्थित थे।
उद्घाटन संबोधन में प्रोफेसर इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को यह जानकारी देना भी है कि मिथिला विश्वविद्यालय के इस लैब में नई तकनीक का प्रयोग किया गया है। जिनकी जानकारी देकर इसकी उपयोगिता बढ़ायी जा सके। इस एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर में अभी पांच लैब हैं, जबकि अन्य कई लैब केन्द्रीय पुस्तकालय में स्थित हैं। उन्होंने शीघ्र ही लैंग्वेज लैब को भी सक्रियता प्रदान करने पर बल देते हुए कहा कि ऑडियो- वीडियो मूक्स लैब में शिक्षकों के अच्छे व्याख्यानों के रिकॉर्ड और प्रसारण से विश्वविद्यालय का नाम तथा यहां के शिक्षकों की विद्वता की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी।


स्वागत संबोधन में कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने कहा कि कुलपति के आदेश से प्रथम चरण में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। तत्पश्चात शिक्षकों के व्याख्यानों को ऑडियो एवं वीडियो माध्यम से रिकॉर्ड किए जाएंगे। कार्यशाला के माध्यम से विश्वविद्यालय के द्वारा नई तकनीकों एवं सुविधाओं से युक्त इस लैब का लाभ शिक्षकों के माध्यम से छात्रों को मिल सकेगा।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय आईटी सेल के इ गणेश कुमार पासवान, इ मुकुंद माधव तथा इ एस टी हसन ने विविध तकनीकी पक्षों को स्पष्ट करते हुए कहा कि लैब में ग्रीन कलर का क्रोमा है। अतः व्याख्यान रिकॉर्ड कराते समय शिक्षक हरे रंग के कपड़े नहीं पहनेंगे। लाइव व्याख्यानों में एडिटिंग नहीं किया जा सकता है। इस कारण लाइव व्याख्यानों से पहले इसका समुचित अभ्यास आवश्यक है।
आईटी सेल के सदस्यों ने कहा कि इस लैब में शिक्षकों के व्याख्यान स्पष्ट आवाज में तथा आकर्षक रूप में रिकॉर्ड किए जाते हैं। कार्यशाला में प्रो ए के बच्चन, डा सुरेन्द्र प्रसाद सुमन, रघुवीर कुमार रंजन, नीतू कुमारी, डा संकेत कुमार झा, तथा डा मनोज कुमार आदि ने कई प्रश्न पूछे, जिनके उत्तर तकनीकी टीम के सदस्यों ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन गणेश कुमार पासवान ने किया।

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