शीर्षक- नारी
शीर्षक- नारी
जे टी न्यूज
नारी तू हैं कितनी महान् । करके न्योछावर मन और प्राण । तूने ही सबका रखा मान । सीता बनकर तूने जग को, सहनशक्ति का पाठ पढ़ाया रत्ना बनकर तूने पति को, तुलसी से तुलसीदास बनाया। मीरा बनकर तूने जग को, भक्ति भाव का पाठ पढाया। लक्ष्मीबाई ने भी देश में,
देशभक्ति का विगुल बजाया । देश की खातिर लड़ते-लड़ते, उसने अपना प्राण गवाँया । माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर,
तू तो सेवा में रही लीन। सारा जीवन अर्पण करके, तू तो बस रह गई दीन।
वीणा कुमारी अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापिका दूधपुरा समस्तीपुर की कलम से दो कविताएं