स्वच्छांजलि ही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि

स्वच्छांजलि ही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि

स्वच्छता ही सेवा है – डा० राम संयोग राय

जे टी न्यूज, नागार्जुन उमेश संस्कृत महाविद्यालय, तरौनी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्त्वावधान में श्री वीर सनातन पूर्णेन्दु राय के संयोजकत्व एवं प्रभारी प्रधानाचार्य डा० राम संयोग राय की अध्यक्षता में महात्मा गांधीजी के जयंती के अवसर पर स्वच्छता अभियान के तहत महाविद्यालय परिसर की सफाई की गई तथा “गांधीजी की पर्यावरणीय शिक्षा” विषय पर डा० छबिलाल न्यौपाने (सहायक प्राध्यापक, दर्शन) के द्वारा तथ्यात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
इन्होंने अपने व्याख्यान में प्रकृति को ईश्वर की अभिव्यक्ति तथा उपहार माना। इन्होंने कहा कि गांधी के जीवन दर्शन में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के विचार अनुस्यूत हैं। केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन विषयक योजनाओं को भी उन्होंने उजागर किया।
इस दौरान महाविद्यालयीय छात्र (कबीरदास, सुरेश सहनी, रजनीश झा, गणेश झा, दिलखुश कमती, कार्तिक झा, अनुराग झा, नीतिश कुमार) – छात्राओ (अंजू कुमारी, तुलसी कुमारी, अभिलाषा कुमारी, प्रियंका कुमारी, नीलम कुमारी) ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।


इस कार्यक्रम के संयोजक श्री वीर सनातन पूर्णेन्दु राय ने कहा कि “वातावरण की सफाई से ज्यादा मन की सफाई करना अति उत्तम है। कुन्दन वही बनेगा जो आग पर तपेगा। त्याग, परिश्रम, परोपकार, दया, करुणा, अहिंसा, सत्य की भट्ठी में जो तपेगा वही वास्तविक गांधी बनेगा।”
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा० राम संयोग राय ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि “गांधी के सादा जीवन उच्च विचार तथा सत्य एवं अहिंसा में पर्यावरणीय शिक्षा निहित है। स्वच्छता ही सेवा है इस पर इन्होंने विशेष बल दिया तथा कहा कि गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि हम लोगों की स्वच्छांजलि होगी।”
इस अवसर पर महाविद्यालयीय सहायक प्राचार्य डा० सरिता कुमारी, डा० रेणु झा, डा० सरस्वती कुमारी, डा० रंजीत कुमार ठाकुर, डा० नितेश कुमार मिश्र एवं नियति कुमारी के अलावा कार्यालय सहायक मुकुंद कुमार, राजकुमार झा आदि उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button