1857 की क्रांति के सूत्रधार मातादिन भंगी का मना जन्मोत्सव

1857 की क्रांति के सूत्रधार मातादिन भंगी का मना जन्मोत्सव


जे टी न्यूज, पटना : भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में 1857 की क्रांति का बड़ा महत्व है। इस 1857 की क्रांति के सूत्रधार एवं वीर महानायक मातादीन भंगी की 198 वाॅ जन्मोत्सव कार्यक्रम राजकीयकृत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय दादरमंडी, गुलजरबाग, पटना में शिक्षक सूर्य कान्त गुप्ता के नेतृत्व में धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जन्मोत्सव में मध्य विद्यालय रमना एवं प्रेस मध्य विद्यालय गुलजारबाग के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया। श्री गुप्ता ने वर्ग – 8 की इतिहास की पुस्तक अतीत से वर्तमान के अध्याय – 6 के पाठ अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष’ (1857 का विद्रोह)* से जोड़ते हुए मातादीन भंगी की 1857 की क्रांति की पृष्टभूमि में किए गए योगदानों के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यदि मातादीन भंगी नहीं होते तो 1857 की क्रांति ही नहीं होती। 1857 की क्रांति की प्रथम चिंगारी मातादीन भंगी ने ही लगाई थी। इसके बाद मंगल पांडे ने उसे धधका दिया। जिससे इसकी लपेट पूरे भारत में फैल गई।


श्री गुप्ता ने बताया कि मातादीन भंगी का जन्मोत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य आजादी के दीवानों की गाथाओं से छात्र-छात्राओं को परिचित कराना है। मातादीन भंगी ने 8 अप्रैल 1857 ई.को हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़ गए ।
जन्मोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने में जितेंद्र कुमार सिंह, संजय कुमार, पुष्पांजलि सिंहा एवं कुमारी रिपु की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही।

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