श्रम अधिकार दिवस पर एक दिवसीय ग्रामीण श्रमिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

श्रम अधिकार दिवस पर एक दिवसीय ग्रामीण श्रमिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

जे टी न्यूज , मधुबनी: जनवरी को श्रम अधिकार दिवस के अवसर पर नगर भवन, मधुबनी में एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन जिलाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा, श्रम अधीक्षक राकेश रंजन, सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला समादेष्टा होमगार्ड संजय कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । इस मौके पर निर्मला कुमारी सर्वो प्रयास संस्था, निर्माण श्रमिक संघ के प्रतिनिधि सत्यनारायण राय एवम दिनेश भगत तथा सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी उपस्थित थे ।

श्रम अधीक्षक के द्वारा जिलाधिकारी एवं अन्य उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत पौधा देकर किया गया ।

श्रम अधीक्षक के द्वारा अपने स्वागत भाषण में मधुबनी जिले के सभी प्रखण्डों के विभिन्न पंचायतों से आए हुए महिला एवं पुरुष श्रमिकों का स्वागत करते हुए यह अनुरोध किया गया कि आप लोगों को इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो विभिन्न श्रम अधिनियम तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है उस जानकारी का अपने पंचायत क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करें तथा अपने पंचायत से कम से कम एक सौ लोगों को अपने स्तर से योजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान करें ताकि इस एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य पूरा हो सके।

साथ ही श्रम अधीक्षक के द्वारा श्रम संसाधन विभाग की मधुबनी टीम द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में किए गए सभी कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा यह जानकारी दी गई कि श्रम संसाधन विभाग के द्वारा जुलाई 2023 से लगतार सभी जिलों के कार्यों की 12 बिंदुओं पर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर उनकी रैंकिंग की जा रही है और मधुबनी जिला इस रैंकिंग में लगातार छाए से प्रथम स्थान पर है और यह जिलाधिकारी के कुशल मार्गदर्शन और सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों और कार्यालय कर्मियों के लगातार सामूहिक कार्यों का प्रतिफल है और यह कार्य आगे भी लगातार जारी रहेगा ।

श्रम अधीक्षक ने बताया कि आज के एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण का उद्देश्य श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं का दरभंगा जिले के सभी पंचायतों तक पहुंच सके।

 

जिलाधिकारी के द्वारा अपने संबोधन में सभी आगंतुक महिला पुरुष श्रमिकों का इस कार्यशाला में हार्दिक स्वागत करते हुए उन्हें धन्यवाद भाई दिया गया कि वे इस कड़ाके की ठंड में भी अपने अधिकारों को जानने हेतु इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं । उन्होंने श्रम संसाधन विभाग की टीम के द्वारा बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु लगातार किए जा रहे अच्छे कार्यों की सराहना की और साथ ही विभिन्न योजनाओं में भी किए जा रहे अच्छे कार्यों की चर्चा की और श्रम अधीक्षक एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी ।

 

श्रम अधीक्षक द्वारा दिनांक-01/10/2023 से निर्धारित न्यूनतम मजदूरी की दर जो 69 अनुसूचित नियोजन तथा अन्य नियोजनाे में निर्धारित न्यूनतम मजदूरी के संबंध में जानकारी दी गई।

 

उन्होंने बताया कि सामान्य अनुसूचित नियोजन में अकुशल कामगार के लिए 395 रुपये प्रतिदिन प्रति 08 घंटे के लिए निर्धारित की गई है, जबकि अकुशल कामगार के लिए यह दर 411 रुपये है तथा कुशल कामगार के लिए 500 रुपये प्रतिदिन है, जबकि पर्यावेक्षकीय और लिपिकिय कार्य के लिए यह दर 11317 रुपये प्रतिमाह है। यदि इससे कम दर से किसी नियोजक के द्वारा कामगार को भुगतान किया जाता है, तो इसकी लिखित शिकायत जिला में श्रम अधीक्षक के पास तथा प्रखण्ड में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के पास कर सकते हैं।

 

जिलाधिकारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम, जो एक सभ्य समाज के लिए अभिशाप है, हम सब सामूहिक प्रयास से इस कुप्रथा को दूर कर सकते हैं अन्यथा वह बच्चा जिंदगी भर अकुशल श्रमिक ही रह जाएगा।

बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना पर फोकस करते हुए बताया कि वे मेहनतकश जो राज्य की जीडीपी में अहम योगदान देता है, यदि उसकी दुर्घटना मृत्यु हो जाती है तो उसे भी सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत 02 लाख रुपये का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि साथ ही वैसे श्रमिक जो निर्माण क्षेत्र में काम करते हैं, उनको भी विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लाभ दिया जाता है,यह राशि सरकार प्रदत्त नहीं है, बल्कि वह निर्माण श्रमिकों के द्वारा जो बड़े-बड़े प्रतिष्ठान बना रहे हैं उनकी उपकर मद में काटी गई राशि से भुगतान की जा रही है।

उन्होंने इस शिविर में उपस्थित सभी पंचायत से आए हुए श्रमिकों का आह्वान किया गया कि ऊंचे इमारत की नींव मजबूत तभी होगा जब ऊँची इमारत बनाने वाले श्रमिकों की नीव मजबूत होगी।

तत्पश्चात जिलाधिकारी महोदय के द्वारा श्रम।संसाधन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लाभुकों के बीच सांकेतिक चेक का वितरण किया गया।

 

सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई ने श्रम संसाधन विभाग के कार्यों एवं श्रम अधिकार दिवस के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

 

बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत को मृत्यु हिट अनुदान लाभ का सांकेतिक चेक, ज्योति कुमारी को मातृत्व लाभ, दिनेश महतो को भवन मरम्मति अनुदान योजना के तहत सांकेतिक चेक, पंकज कुमार को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना एवं आयुष्मान भारत, मो.अलाउद्दीन को विवाह सहायता, सुमित्रा देवी को भवन मरम्मति अनुदान योजना, राम कुमार यादव को पेंशन योजना, राजा कुमार को पितृत्व लाभ, सोनी देवी एवं सीमा देवी को विवाह सहायता, राम बाबू खतवे को नगद पुरस्कार, दिलीप यादव को मृत्यु हिट अनुदान लाभ, प्रमिला देवी को विवाह अनुदान सहायता, राजेंद्र राम को नगद पुरस्कार, पुनीता देवी को नगद पुरस्कार, मल्ला खत्वे को विवाह सहायता अनुदान योजना,मो.वकील को बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना 2008, सुनीता देवी एवं श्रीमती सोनिया देवी को बिहार शताब्दी अनुदान योजना के तहत सांकेतिक चेक का वितरण किया गया।

 

शिविर में पंचायत से आए हुए श्रमिकों को श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई ।

 

श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, संतोष कुमार पोद्दार द्वारा बिहार शताब्दी और संगठित कार्यक्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना 2011 एवं बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना 2008 से संबंधित योजनाओं की जानकारी,आयुष्मान कार्ड एवं प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की जानकारी दी गयी।

 

श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, गोविंद कुमार द्वारा बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम 1986 एवं बंधुआ श्रमिक योजनाओं से संबंधित जानकारी,श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, राजेश कुमार सिंह द्वारा बिहार भवन एवं अन्य का निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत निबंध नवीकरण एवं विभिन्न योजनाओं से संबंधित जानकारी,श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी हितेश कुमार भार्गव, खजौली द्वारा न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 एवं मजदूरी भुगतान अधिनियम 1936 संबंधित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

 

उक्त अवसर पर आगंतुक सभी श्रमिकों का संबंधित श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों द्वारा सर्वप्रथम निबंधन किया गया तथा उन्हें श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के पम्पलेट, फोल्डर के साथ दिया गया।

 

कार्यक्रम के दौरान सभी श्रमिकों को एक दिन का न्यूनतम मजदूरी तथा आने-जाने का किराया दिया गया।

 

कार्यक्रम के समापन के पश्चात आगंतुक श्रमिक बंधुओं में एक विशेष तरह का उत्साह देखा गया,वे लोग श्रम संसाधन विभाग की विभिन्न योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर काफी खुश थे।

 

श्रमिकों ने बताया कि यहाँ आकर हमें अपने श्रमिक अधिकारों की जानकारी प्राप्त हुई।

 

श्रमिक संघ के प्रतिनिधि इम्तियाज के द्वारा बताया गया कि श्रम संसाधन विभाग के द्वारा प्रत्येक वर्ष इस तरह का आयोजन कराया जाता है, जो काफी प्रशंसनीय है।

 

इस मौके पर गोविंद कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, रहिका, हितेश कुमार भार्गव, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, खजौली, चंदन कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी राजनगर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, प्रेम कुमार साह, जयनगर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी संतोष कुमार भार्गव घोघरडीहा, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, चंदन कुमार गुप्ता, झंझारपुर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अमित कुमार, आंध्राठाढी, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, सिद्धार्थ कुमार, हरलखि, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, राजेश कुमार सिंह बाबूबारही, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी रमन कुमार सिंह फुलपरास एवं श्रम अधीक्षक कार्यालय के सभी कर्मी उपस्थित थे ।

 

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