कर्पूरी परिचर्चा में बोले केसी त्यागी जननायक कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों को आत्मसात करे युवा पीढ़ी : के सी त्यागी

कर्पूरी परिचर्चा में बोले केसी त्यागी जननायक कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों को आत्मसात करे युवा पीढ़ी : के सी त्यागी

 

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न तथा उनके नाम पर विश्वविद्यालय की मांग

जे टी न्यूज, समस्तीपुर: सोमवार को कर्पूरी परिचर्चा कार्यक्रम के दौरान केसी त्यागी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर सच्चे समाजवादी और दलितों शोषितों व वंचितों के नेता थे। आज भी वे लोगों के दिलों में जिंदा हैं।

आज के युवा पीढ़ी के साथ-साथ राजनैतिक दलों के लोगों को भी उनके आदर्शों को अपने अंदर आत्मसात करना होगा। वही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उक्त बातें सोमवार को कर्पूरीग्राम स्थित कर्पूरी कांलेज के परिसर में स्व. कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित कर्पूरी चर्चा समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने कही।

उन्होंने कहा कि स्व. ठाकुर जीवन भर दलित, शोशित एवं गरीबों के नेता थे। हमेशा लाचारों की आवाजों को बुलंद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जब तक स्व. कर्परी ठाकुर, राममनोहर लोहिया, जेपी जैसे महान समाजवादी जिंदा थे तो उनको अपमान झेलनी पड़ी। लेकिन आज खुशी की बात है कि उनके मरणोपरांत पर उनके विचार समझ आ रहा है।

उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत आरक्षण केन्द्र सरकार दे रही उसका नीव रखने वाले भी कर्पूरी ठाकुर ही थे। कर्पूरी ठाकुर देश के पहले नेता थे जो महिलाओं के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था की थी। कहां कि कर्पूरी ठाकुर के जीवन पर जो लोग शोध रहे हैं वो निर्भिक हो जाते हैं। उन्हें किसी से डर नही लगती है। कर्पूरी ठाकुर एक ऐसे गुलदस्ता हैं जो उन्हें कहीं भी सजाया जा सकता है। उनका मार्क्सवाद से भी कोई परहेज नहीं था। उन्होंने कहा कि बेलछी कांड के बाद सशस्त्र देने की मांग पहली बार कि तो वो कर्पूरी ठाकुर थे।

श्री त्यागी ने कहा कि स्व. ठाकुर में कभी वैचारिक भटकाउ भी नहीं आया। कर्पूरी ठाकुर ने जो समाज सुधारने की लड़ाई लड़ी थी वो आज भी अधूरी है। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में बिहारियों की भाषा का मजाक उड़ाया जाता था। लेकिन उन्होंने सम्मान दिलाने का काम किया है। पहले वहीं नेता मंडल कमीशन को गाली देते थे। आज उन्हीं के नेता सब जगह कहता है जिसकी जितनी संख्या भाड़ीउसकी उतनी संख्या। वहीं भाजपा पर कटाक्ष करते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि गांधी, लोहिया, जेपी एवं अंबेडकर तो महान थे ही। उसमे एक स्व. कर्पूर ठाकुर की भी स्थान है। उन्होने कहा कि कर्पूरी ठाकुर सच्चे व देश भक्त समाजवादी नेता थे। उन्होंन भारत रत्न दिलाने एवं कर्पूरीग्राम में कर्पूरी ठाकुर के नाम से एक अच्छी यूनिवर्सिटी के निर्माण कराने की मांग है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभापित देवेशचंद्र ठाकुर ने स्व. कर्पूरी ठाकुर को महान समाजवादी बताया। वे समाज व देश के प्रति स्वच्छ विचार रखने वाले नेता थे। स्व. ठाकुर जैसे लोग कभी-कभी धरती पर जन्म लेते है। वहीं बनारस यूनिवर्सिटी से आयी छात्रा प्रज्ञा सिंह ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के विचारों एवं राजनैतिक जीवन पर शोध कर रहें है। समाजवादी विचारधारा के प्रति प्रेरित किया गया। तब जननायक कर्पूरी ठाकुर की विचार पहले आती हैं। कर्परी ठाकुर वो व्यक्ति हैं जिनका जीवन हमेशा बेदाग रहा है। उन्होंने कहा कि आज धर्म के नाम पर लोग राजनीत कर रहे हैं। विभिन्न पार्टीयों के लोगों स्व. ठाकुर के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी ने कहा स्व. कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आज के समय में लोगों पहुंचने की जरूरत है। स्व. ठाकुर लोहिया एवं अंबेडकर से भी बड़े नेता कहने में कोई शक नही है। उन्होंने कभी जातपात व परिवारवाद कर राजनीति नहीं की। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री अब्दूलबारी सिद्दकी, विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, पूर्व मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व एमएलसी अजय सिंह अलमस्त, सीतामढ़ी के पूर्व मेयर मनोज कुमार, डां. ज्ञानचंद ज्ञान,

प्रो. गिरिशचंद पांडे, सीतामढ़ी पूर्व विधायक रामजीवन प्रसाद, उसमानीय यूनिवर्सिटी के प्रो. जीसत्यनारायणन, प्रो. अमरेश शांडिल्य, सीएम साइंस कांलेज के प्रार्चाय दिलीप चौधरी, हैदराबाद के पूर्व एडीएम सूर्यनारायणन, शिल्पा चौधरी, पूर्व विधायक दुर्गा प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक विद्यासगर निषाद, रोमा भारती, डां. दुर्गेश राय आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम के संयोजक राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंगनीलाल मंडल ने की। संचालन प्रो. अशोक पांडे ने किया। मौके पर डां सीता कुमारी,अनिल सिंह, बनारसी ठाकुर, अनस दिनेश कुमार महतो, मो0 एबाद,शरीक रहमान लवली, पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी, गुलाब ठाकुर, मो. नबी हसन राजीव कुमार सिंह, अवनीश कुमार गोनू,आदि मौजूद थे।

 

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