प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह ने समाचार पत्रों के बारे में विद्यार्थियों को दी जानकारी
प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह ने समाचार पत्रों के बारे में विद्यार्थियों को दी जानकारी
जे टी न्यूज़, करगहर(रोहतास):जिला रोहतास में स्थित करगहर प्रखंड अंतर्गत मध्य सह उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवन के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह सोमवार के दिन अपने विद्यालय में विद्यार्थियों के समक्ष पठन-पाठन कार्य कर रहे थे। इस दौरान विद्यार्थियों से कक्षा कक्ष भरा हुआ था। इसी कड़ी में समाचार पत्रों के बारे में एक विद्यार्थी खड़ा होकर प्रश्न किया। प्रश्न सुनते ही प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह समाचार पत्रों की पूरी सार समझा दी। और बताएं कि सम + अचार समाचार। समान आचरण करने वाला,
निष्पक्ष दृष्टिकोण रखने वाला पत्र को समाचार पत्र कहते हैं। इसकी जन्म भूमि यूरोप है। सन 1526 ईस्वी में सर्वप्रथम समाचार पत्र इंग्लैंड से प्रकाशित हुआ था। इसमें संदेह नहीं की समाचार पत्रों का प्रचलन भारत में काफी सक्रिय है। उन्होंने आगे बताएं कि आज के आधुनिक जीवन में समाचार पत्र एक आवश्यक अंग बन गया है। सुबह होते ही हम उसकी प्रतीक्षा करते हैं। उसमें हमें संसार में घटित घटनाओं की सूचना मिलती है। इसी कारण यह अत्यंत लोकप्रिय हो गया है।
इसमें मानव की छाया झलकती है। समाचार पत्रों में नए-नए लेखकों एवं कवियों की रचनाएं भी छपती है। जिसमें ज्ञान का नूतन संचार होता है। समाचार पत्र हमें बहुत तरह की जानकारी देकर हमें प्रबुद्ध शुद्ध नागरिक बनता है। आगे उन्होंने कहा कि खींचो न तीर कमान, न तलवार निकालो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो। समाचार पत्र का कर्तव्य सचमुच महान होता है यह एकता और प्रेम की डोरी में लपेटने का कार्य करता है नैतिकता की रक्षा करना इसका पुनीत कर्तव्य है। विश्व बंधुत्व का दामन पकड़े रहना तथा नीर-क्षीर न्याय करना इसका महान कार्य है। समाचार पत्र संस्कृति का वाहन करने वाला गुरु उपदेशक और सेवक है। विद्यार्थियों के लिए तो समाचार पत्र अति आवश्यक है। साथ ही सभी शिक्षकों को भी क्लास जमकर लगाई। बोले की विद्यार्थियों को लेकर पढ़ाई लिखाई में कोई समझौता नहीं होगा।
आप सभी शिक्षकों को स समय विद्यालय उपस्थित होना है। विद्यार्थियों के जीवन को निर्माण कर एक अच्छे नागरिक का रूप देना है। जो आने वाले भविष्य में कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना धैर्य पूर्वक कर सकें।