जनविरोधी सरकार को सत्ता से बाहर रखने का किया आह्वान :- माकपा

जनविरोधी सरकार को सत्ता से बाहर रखने का किया आह्वान :- माकपा

सोनवर्षा में उमड़ा लाल झंडा का जनसैलाब

 

जे टी न्युज, सहरसा: सोनबरसा 30 जनवरी 2024 भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी सीपीएम के आह्वान पर सोनबरसा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में औरत – मर्द हाथों में लाल झंडा,

बैनर, मांगों से संबंधित तख्ती लिये – भूमिहीनों को बास हेतु 5 डिसमिल जमीन देना होगा, पर्चा की जमीन पर पर्चा धारियों को दखल दिहानी दिलाना होगा, पर्चा की जमीन का जमाबंदी कायम कर लगान रसीद काटना पड़ेगा,

सीलिंग भुदान गेरमजरुआ बिहार सरकार की शेष जमीन को गरीबों के बीच बांटना होगा, आकाश छूती महंगाई पर रोक लगाना होगा, धर्म संप्रदाय के नाम पर नफरत की राजनीति बंद करो, रसोईया ममता आशा कुरियर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित सभी योजना कर्मी को सरकारी दर्जा देना होगा,

वृद्धजनों को कम से कम तीन हजार पेंशन देना होगा, गलत बिजली बिल वापस लेना होगा, बिजली बिल 2022 एवं प्री-पेड स्मार्ट मीटर नहीं चलेगा, बैगर वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों का घर उजाड़ना बंद करो, किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य के साथ एमएसपी की गारंटी करना होगा, गरीबों को आवास देना होगा, हिटलर शादी नहीं चली तो मोदी शाही नहीं चलेगी आदि गगनचुंबी नारा लगाते प्रखंड मुख्यालय परिसर पहुंचे। जहां लाल झंडे से पटा भरा जनसैलाब की भीड़ सभा में तब्दील हो गयी। वही कामरेड सुतीमलाल विश्वास द्वारा गाए गए जनगीत – लेनिन का वरदान हमारा प्यारा लाल निशान ने सभा में और चार चांद लगा दिया।

पूर्व सरपंच का. माहेश्वर यादव की अध्यक्षता एवं का. रूपेश रंजन के संचालन में चलें सभा को संबोधित करते सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य विनोद कुमार ने कहा पूंजीवादी एवं बुर्जुवा दल का कोई राजनीति चरित्र एवं सिद्धांत नहीं होता। ये दल सत्ता और कुर्सी के लिए किसी भी हद को पार कर सकती है – बिहार इसका ताजा उदाहरण है। नीतीश कुमार अपनी राजनीतिक जमीर और जमीन दोनों बेच दिया। 17 साल एनडीए बनाम 17 माह महागठबंधन की सरकार की तुलना जनता कर रही है। विकास के साथ रोजगार की जो बड़ी लकीर महागठबंधन सरकार ने खींची जनता याद रखेगी। जनता के लिए काम करने वाली सरकार से पलटी मार साम्प्रदायिक शक्तियों एवं नफरतियों के साथ सरकार बनाने वाले को जनता माफ नहीं करेगी। उन्होंने आम जनों से अपील किया कि देश की धर्म निरपेक्षता, गंगा यमुनी संस्कृति, लोकतंत्र एवं संविधान बचाने के लिए महागठबंधन एवं इंडिया एलांयस को मजबूत बनावें। सभा को संबोधित करते पार्टी के जिला सचिव का. रणधीर यादव ने कहा देश की आमजनता की मुलभूत समस्या – भोजन वस्त्र आवास शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार खेती किसानी से केन्द्र की मोदी सरकार को कोई लेना देना नहीं है। सभी सम्पत्तियों को कौड़ी के भाव बेचा जा रहा है। रोजगार के साधन बंद है। मंहगाई आसमान पर है। जीएसटी टैक्स खाने पीने, पढ़न पाढ़न की सामग्री यहां तक की मुर्दे के कफन पर भी लगा कर जनता को मार रही है। किसानों के साथ किये वादे, दो करोड़ प्रति बर्ष नौकरी, कालाधन की वापसी, गरीबों के जन-धन खाते में 15 लाख देने की बात मोदी जी का जुमला साबित हो गया। धर्म संप्रदाय हिन्दू मुस्लिम मंदिर मस्जिद के नाम पर नफरत फैला कर फिर से सत्ता में आना चाहती है देश की जनता जबाव देगी।

सभा को संबोधित करते सीपीएम सहरसा जिला सचिव गणेश प्रसाद सुमन ने कहा बिहार सरकार की घोषणानुकूल भूमिहीनों को बास जमीन, पर्चा की जमीन पर पर्चा धारियों को दखल दिहानी ढाक के तीन पात वाली कहानी सावित हो रही है। गरीब गुरवा रोज व रोज प्रखंड से जिला कार्यालयों का चक्कर काटते रहता है परन्तु उसका काम नहीं होता। बिचौलियों का साम्राज्य कायम है। चारों तरफ लूट खसोट जारी है। भू सर्वे के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है। बाबू लोगों को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही लूटने वालों पर नहीं हो पाता है। इसलिए कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी सीपीएम संघर्ष से समाधान पर उतारू है। आवश्यकता पड़ी तो गरीबों का काम नहीं तो कार्यालय में काम नहीं आन्दोलन करेगी। सभा को पार्टी जिला सचिव मंडल सदस्य कामरेड गणेश प्रसाद सुमन, कामरेड रामचंद्र महतो, किसान सभा के जिला सचिव मिथिलेश मस्तना, जिलाध्यक्ष कृष्ण दयाल यादव, पार्टी के अंचल सचिव गुरुदेव शर्मा, पार्टी नेता बद्रीनारायण मंडल, माखन साह, इन्द्रदेव प्रसाद इंदु, जनार्दन यादव, रमेश यादव, ब्यास प्रसाद यादव, जवाहर यादव, असफाक अंसारी, सुतीमलाल विश्वास, अशोक फौलादी, यशोधर मंडल सरपंच, अशोक केसरी, कारी मुखिया, विन्देश मुखिया, बिजय मंडल, उपेन्द्र महतो, मिथिलेश सादा, रायबहादुर सादा, सुरेन्द्र यादव, कमलेश्वरी साह, पांचू पासवान, रामानंद मंडल, बिष्णुदेव सादा,बुधन मुखिया, महिला नेत्री संजू देवी, ललिता देवी, अलख देवी, पूजा कुमारी, माया देवी, नौजवान सभा के जिला सचिव कुलानन्द कुमार, SFI की नेत्री मधु प्रिया भारती, सुप्रिया भारती आदि नेताओं भी संबोधित किया। सभा के अंत में प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनबरसा को एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा 23 सुत्री मांगों का स्मार पत्र समर्पित कर आवश्यक कार्रवाई की मांग किया गया।

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