शहर में सब्जी बाजार परिवर्तित होने से दिनभर लगा रहता जाम
शहर में सब्जी बाजार परिवर्तित होने से दिनभर लगा रहता जाम
जे टी न्यूज़, मधुबनी(राजू प्रसाद): नगर निगम की लापरवाही के कारण पूरा शहर सब्जी बाजार मे परिवर्तित होते जा रहा है। धीरे-धीरे शहर के अधिकांश चौक चौराहों पर इसका कारोबार फैल गया है। साथ ही अब इसके कारण शहर में अव्यवस्था भी उत्पन्न होने लगी है। इसमें मुख्य रूप से इसके कारण जाम लगने की समस्या आम हो गई है।
खासकर सुबह में इसके कारण लोगों को अधिक फजीहत झेलनी पड़ती है। जाम के कारण स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्रों को घंटों जाम मे फंसना पड़ रहा है। कई स्थानों पर इसकी आड़ में अवैध कारोबार भी किया जाने लगा है।
सब्जी कारोबारियों से अवैध रूप से पैसे की वसूली की जा रही है। इसके कारण कई बार सब्जी कारोबारी व अवैध रूप से वसूली करने वाले लोगों के बीच झड़प भी होते देखा जाता है। पूर्व मे यह कार्य नगर निगम कार्यालय के समीप स्थित सब्जी बाजार मे भी होता था।
लेकिन स्थानीय व्यवसायियों की ओर से विरोध किए जाने के बाद इसे बंद कर दिया गया। शहर में सड़क किनारे जिन स्थानों पर सब्जी का बाजार लगता है, उन स्थानों में गिलेशन बाजार स्थित नीलम चौक से सुभाष चौक जानेवाली सड़क के किनारे, नगर निगम कार्यालय के पीछे, स्टेशन चौक,
शंकर चौक, आदर्श नगर चौक, सिंघिनिया चौक, थाना चौक, चकदह चौक, सूड़ी स्कूल चौक सहित कई अन्य स्थान हैं। इन स्थानों पर सुबह, शाम के अलावा दिनभर सब्जी का कारोबार होता है। शहर में कई स्थानों पर खाली स्थान उपलब्ध होने के बाद भी इनकी ओर से मुख्य सड़क के किनारे ही इसका बाजार सजाया जाता है।
इसके कारण हो रही असुविधा के बारे मे कई बार स्थानीय नागरिकों की ओर से नगर निगम को आवेदन भी दिया गया पर स्थिति यथावत ही है। इसमें किसी प्रकार का बदलाव नहीं हो सका है। अपितु दिन प्रतिदिन इसका दायरा बढ़ता जा ही रहा है। स्थानीय नागरिकों की ओर से शिकायत के बाद भी स्थिति में सुधार के लिए पहल नहीं की जा रही अवैध वसूली के लिए भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही
नगर निगम के राजस्व को भी पहुंच रहा है भारी नुकसान
इसके कारण नगर निगम के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। कारण बंदोबस्ती अथवा इसका लीज कर इससे राजस्व की भी प्राप्ति की जा सकती है। लेकिन निगम प्रशासन की उदासीनता के कारण यह कार्य भी नहीं हो पा रहा है। हालांकि पूर्व में यह कार्य किया जाता था पर वोट बैंक की राजनीति के कारण तत्कालीन कुछ पार्षदों की ओर से इसे बंद करवा दिया गया। हालांकि वर्तमान की तरह पूर्व में इतने स्थानों पर इसका प्रसार भी नहीं था। शहर में इक्का-दुक्का स्थानों पर इसका संचालन किया जाता था। शहर का दायरा बढ़ने के बाद लोगों की जरूरतें भी बढ़ी लेकिन निगम की ओर से इस दिशा में किसी भी प्रकार की उपचारात्मक पहल नहीं की जा सकी है। यहां तक कि वेडिंग जाेन बनाए जाने की प्रकिया भी निगम कार्यालय के फाइलों में सिमट कर रह गया है। गुरुवार से शुरू हाे रही परीक्षा के सीजन की शुरूआत हो गई है। तकरीबन एक महीने इसके कारण शहर की ट्रैफिक पर काफी दबाव पड़ता है। वहीं, लगभग शहर के दक्षिणी दिशा को छोड़कर अन्य सभी दिशाओं से प्रवेश वाले अधिकांश सड़क के किनारे सुबह और शाम में सब्जी का भाड़ी भरकम बाजार सजता है। वहीं इस दौरान पूरी तरह से इन स्थानों पर ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा जाती है। वहीं, आज से शुरू हो रही इंटर की परीक्षा के कारण सुबह और शाम में इन सड़कों पर दबाव बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। साथ ही इसके कारण जाम में फंसने से कई परीक्षार्थियों को भीषण परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अब तक इसके लिए प्रशासनिक स्तर से किसी भी प्रकार की कोई पहल नहीं की जा सकी है।