सुशासन राज का ये हाल, बिहार बोर्ड से डाटा ऑपरेटर खुलेआम प्राप्तांक बढ़ाने को फ़ोन कर मांग रहे रिश्वत…।
हिम्मत की बानगी देखिये बैंक खाता संख्या कर रहे व्हाट्सएप
भागलपुर 14 मार्च 2020
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*जेटी न्यूज़,संजीव मिश्रा,भागलपुर*
ज्ञात हो कि अभी बिहार में मैट्रिक व इंटर की फाइनल एग्जाम हुए हैं।कितनों की कॉपी जांच होकर बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड पटना पहुँच चुकी है,यही से फाइनल मार्क्स चढ़ कर परिणाम जारी होते हैं।लगातर पिछले एक सप्ताह से बिहार बोर्ड के डाटा एंट्री ऑपरेटर जो मार्क्स इंट्री करते हैं,लड़कों के नंबर और नाम पता करके उन्हें फ़ोन करते पाए जा रहे हैं ,की आप उक्त विषय मे फेल है,आपको तीन हजार रुपये मेरे खाते पे भेजने होंगे तो उसमें 20 अंक बढ़ाकर पास कर दिए जाएंगे,अन्यथा आप फेल हो जाएंगे।
कितनों को ये cl जा चुके है। हमें सर्व प्रथम ये जानकारी राष्ट्रीय उच्च विद्यालय धौनी ,रजौन जो कि बांका जिले में पड़ता है उनके प्राचार्य कुमार दिनकर द्वारा ऑडियो भेजकर दी गई। हद तो यह है कि स्टेट बैंक के खाते भी भेजे गए और यह कहा गया कि आज शाम तक पांच बजे तक पैसे नही भेजे गए तो छात्र फेल हो जाएगा।
ऑनलाइन बैंकिंग द्वारा पैसे भेजने की सलाह दी गयी।जब उनसे पूछा गया कि आप कोंन है कही आप शिक्षक तो नहीं ,किन्तु उधर से जवाब आया नहीं मैं ओएमआर जांच करने वाला डाटा एंट्री ऑपरेटर हु,मैं ही मार्क्स इंट्री करता हु, बैंक खाते में नाम सुबिनय बर्मन जो भारतीय स्टेट बैंक के खाते हैं जो जलाल चक का ब्रांच है,जिला उनके द्वारा नहीं बतया गया है। जिस फ़ोन से फ़ोन किया गया फ़ोन संख्या 9264460805 है।
ऐसा ही एक मामला कटिहार जिले के समेली अंतर्गत सलेमपुर गांव का है ,यहां भी इंटर के छात्र प्रियांशू कुमार ,पिता नवीन झा को किया गया।उक्त छात्र को दूरभाष संख्या 9134116188 से फ़ोन किया गया है।
बोर्ड से बताया गया कि आप उक्त विषय में फेल हैं,आपको पास होने के लिए 2500 रुपये देने होंगे ।
MR. SUBINAY BARMAN, A/C- 20023695688, IFSCCODE- SBIN0017132
Branch chak jalal
दूरभाष :9264460805
9134116188
सवाल ये उठता है कि अगर यह बिहार बोर्ड के ऑपरेटर का ही करतूत निकलता है तो कितनी शर्म की बात है कि एक तरफ बिहार को सुशासन राज बोला जाता है दूसरी तरफ खुद बोर्ड के कर्मचारी सुशाशन की धज्जियां उड़ा रहे हैं, खुलेआम भ्रस्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। जेटी न्यूज़ इस बात की पुस्टि नहीं करता है कि यह करतूत बिहार बोर्ड के ओपरेटर की ही है।
किन्तु जो ऑडियो में बताया जा रहा है इशारा तो वही कर रहे हैं।आखिर फ़ोन करने वाले के पास छात्र के प्राप्तांक कहा से आये,नाम कहा से आये,साथ ही छात्र का मोबाइल संख्या , माता पिता के नाम कहा से आये। ये बहुत बड़ा जांच का विषय है।
अगर इसकी जांच हो तो बहुत बड़ा फर्जीबाड़ा निकल कर सामने आ सकता है। अब देखना यह है बिहार सरकार इस मुद्दे पर क्या कारवाई करती है,ये तो आनेवाला समय ही तय करेगा।