कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में दिया जाएगा प्रशिक्षण

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में दिया जाएगा प्रशिक्षण

जे टी न्यूज़, मधुबनी :
संस्कृत भाषा जनभाषा बने । लोगों के मुख से संस्कृत में सम्भाषण हो । समाजिक समरसता स्थापित हो । भारतीय ज्ञान -परम्पराओं का संरक्षण हो । संस्कृत बोलना एक फैशन बने। इन सभी संकल्पनाओं को साकार करने के लिए संस्कृतभारती, बिहार एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय,दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में 12 दिवसीय आवासीय संस्कृत प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जाएगा। यह प्रशिक्षण वर्ग क्षेत्रीय होगा। इसमें बिहार एवं झारखंड के प्रतिभागी सम्मिलित होंगे।
रविवार को प्रेस को‌ संबोधित करते हुए संस्कृतभारती, बिहार के प्रान्त मंत्री डॉ.रमेश कुमार झा ने कहा कि यह प्रशिक्षण वर्ग अखिल भारतीय पदाधिकारियों के निर्देश पर प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मावकाश में आयोजित किया जाता है। इस वर्ष आवासीय प्रशिक्षण वर्ग दरभंगा में आयोजित होगी। जो 5 जून से 17 जून तक संचालित होगी । इस प्रशिक्षण शिविर में बिहार के अलावा देश के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग दो दर्जन प्रशिक्षक उपस्थित होंगे। जो प्रतिभागियों को संस्कृत में सम्भाषण करने,भाषायिक ज्ञान, संस्कृत क्रीडा, साप्ताहिक मेलन, पत्राचार द्वारा संस्कृत, गीताशिक्षण केन्द्र, बालकेंद्र आदि के आयोजन का प्रशिक्षण देंगे।
संस्कृतभारती के प्रान्तप्रचार प्रमुख डॉ.रामसेवक झा ने बताया कि इस प्रशिक्षण वर्ग में बिहार एवं झारखंड के 50-50 प्रतिभागियों को प्रवेश दिया जाएगा। जो प्रतिभागी इसमें सम्मिलित होना चाहते हैं वे 700 रूपये पंजीयन शुल्क आनलाइन जमा कर अपना स्थान पंजीकृत करा सकते हैं। पंजीयन 20 जून से प्रारंभ होगा।


पंजीकृत प्रतिभागियों को 5 जून को वर्ग स्थान,परीक्षा भवन, कामेश्वरसिंहदरभंगासंस्कृतविश्वविद्यालय, संध्याकाल तक पहुंचना होगा । प्रतिदिन प्रशिक्षण प्रातः 5 बजे रात्रि से दस बजे तक संचालित होगा ।‌ प्रशिक्षण के समय किसी को बाहर निकलने, मोबाइल का उपयोग करना सर्वथा वर्जित होगा। प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रतिभागी 17 जून प्रातः अपने गन्तव्य स्थान की ओर जा सकेंगे।
संस्कृत भारती के दरभंगा विभाग संयोजक डॉ.त्रिलोक झा एवं दरभंगा जिला संयोजक डॉ.अभय कुमार ने बताया कि वर्षों बाद आवासीय वर्ग इसबार दरभंगा में आयोजित हो रहा है। प्रशिक्षण में भोजन, आवासादि व्यवस्था में लाखों रुपए खर्च होंगे।‌ सभी खर्च सामाजिक सहयोग से ही सम्पादित होंगे। इसलिए स्थानीय लोगों को संस्कृत सेवा की दृष्टि से इसमें बढ़ चढ़कर सहयोग करना चाहिए।


इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए संरक्षक मंडल में विश्वविद्यालय के सीसीडीसी सह प्राचार्य रामेश्वरलता संस्कृत महाविद्यालय,दरभंगा के डॉ.दिनेश झा एवं डीएसडब्ल्यू डॉ.शिवलोचन झा , सर्वव्यवस्था प्रमुख भू सम्पदा पदाधिकारी डॉ.उमेश झा को अधिकृत किया गया है। वहीं वर्गाधिकारी के रूप में प्रान्ताध्यक्ष प्रो.इन्द्रनाथ झा घोषित किये गये।
प्रेस कांफ्रेंस में संस्कृत भारती, बिहार के संगठन मंत्री श्रवण कुमार,दरभंगा अनौपचारिक केंद्र के प्रशिक्षक अमित कुमार झा,एनएसएस समन्वयक डॉ.सुधीर कुमार झा तथा महिला प्रमुख डॉ.साधना शर्मा आदि उपस्थित थे।

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