मॉब लिंचिंग में मारे गए मौलाना साहेब उद्दीन (शहाबुद्दीन) के परिजनों से मिली सीपीआई(एम) की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने की मुलाकात
मॉब लिंचिंग में मारे गए मौलाना साहेब उद्दीन (शहाबुद्दीन) के परिजनों से मिली सीपीआई(एम) की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने की मुलाकात
जे टी न्यूज, झारखंड: कोडरमा जिला निवासी 50 वर्षीय मौलाना शहाबुद्दीन की मॉब लिंचिंग के दौरान मौत हो गई। सीपीआई(एम) की फैक्ट फाइडिंग टीम ने दिवंगत शहाबुद्दीन के परिजनों से उनके गांव रघुनियाडीह में मिलकर दुख प्रकट किया और ढाढस बंधाया। साथ ही पूरे
घटनाक्रम की जानकारी ली।
एक मस्जिद के मदरसे में पढ़ाने वाले मौलाना शहाबुद्दीन रविवार 30 जून को बाइक से कहीं जा रहे थे। इस बीच एक छोटे से सड़क हादसे में उनकी बाइक से एक महिला को मामूली चोट लग गई। हादसे के बाद ही वहां भीड़ इकट्ठा हुई जिसने मौलाना की टोपी और दाढ़ी से उनकी धार्मिक पहचान कर ली और उन्हें पीटने लगे। जिससे उनकी मौत हो गई।
उनके परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही। बल्कि उनकी शिकायत भी शव के पोस्टमार्टम के बाद ली गई। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक के दबाव में पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। घटना के पांच दिन बात तक भी इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
फैक्ट फाइटिंग टीम में पार्टी राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय पासवान, जिला कमेटी सदस्य रमेश प्रजापति, महेन्द्र तुरी, सुरेन्द्र राम और सरफराज अहमद शामिल थे।
सीपीआई (एम) का राज्य सचिवमंडल झारखंड सरकार से मांग करता है कि मॉब लिंचिंग के शिकार व्यक्ति के परिजनों को सुरक्षा दी जाए और 50 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाए। साथ ही प्राथमिकी में दर्ज नामजद आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए।