अखिल भारतीय किसान सभा की राष्ट्रीय किसान कमिटी की जयपुर बैठक धारदार संघर्ष के आह्वान के साथ संपन्न
अखिल भारतीय किसान सभा की राष्ट्रीय किसान कमिटी की जयपुर बैठक धारदार संघर्ष के आह्वान के साथ संपन्न
जे टी न्यूज, जयपुर: अखिल भारतीय किसान सभा की केंद्रीय किसान कमिटी की बैठक अध्यक्ष साथी अशोक ढवले की अध्यक्षता में 3 अगस्त को प्रारंभ हुई। सबसे पहले वायनाड भूस्खलन के शिकार हुए मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए बड़े पैमाने पर राहत देने की मांग की।उन्होंने राहत कार्य में लगे हुए केरल किसान सभा के कार्यकर्ताओं की सराहना की।किसान सभा को राहत कार्य के लिए सहयोग देने की अपील की। अपने अध्यक्षीय भाषण में अशोक ढवले ने कहा कि आज देश में एनडीए की सरकार है और तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं ।यह कॉर्पोरेट परस्त सरकार है ।अमेरिकी साम्राज्यवाद के दमनकारी नीतियों की पक्षधर सरकार है। आज अमेरिका दुनिया के सारे देशों पर हमले कर रहा है।जो उसके विरोधी विचार रखते हैं।
अमेरिका के इशारे पर इजरायल के राष्ट्रपति नेतन्याहू फिलिस्तीन को गुलाम बनाने के लिए लगातार हमलावर हैं। गाजा के इलाके में भारी बम बार्डिंग कर मानवता को तार तार कर दिया है। जो भी युद्ध के विरुद्ध बोलता ,उस देश पर ही हमले किए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्थिति आज बड़ा ही भयावह बन चुकी है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसराइल के राष्ट्रपति ने नेतन्याहू के मित्र हैं।इसलिए आज हमें फिलिस्तीन के साथ एकजुटता तथा दुनिया के कमजोर तबके की लड़ाई के साथ अपने को जोड़ना है।
अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव बीजू कृष्णन ने कहा अपना प्रतिवेदन पेश करते हुए कहा कि आज किसानों को के संघर्ष को और मजबूत करने की जरूरत है क्योंकि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के साथ जो वायदे किए थे उसे मुकर रहे किसानों को एस को कानून दर्जा देने किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने सी 2+50% के आधार पर किसानों के फसलों का दाम देने , 2022 बिजली बिल को समाप्त करने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी के सांसद तथा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कानूनी कार्रवाई करेंगे ।क्योंकि लखीमपुर खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी का लड़का आशीष टेनी ने अपनी गाड़ी से रौंद कर पांच किसानो की हत्या कर दी थी।लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ भी नहीं किया। 2024 लोकसभा चुनाव में संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा किया कि भारत की सरकार जिसका अगुआ नरेंद्र मोदी हैं। यह सरकार घोर किसान विरोधी है ।यह किसानों की जमीनों को कॉर्पोरेट घरानों को दे देना चाहती है ।यह सरकार किसानों को किसी प्रकार की कोई लाभ नहीं चाहती है ।इसलिए नरेंद्र मोदी की सरकार को हराना होगा।देश संविधान को बचाना होगा।सांप्रदायिक सद्भाव को कायम रखना होगा।
बैठक में ए आई के एस के राष्ट्रीय वित्त सचिव कृष्णा प्रसाद ने आय व्यय का रिपोर्ट रखा।उन्होंने मेजर जयपाल सिंह किसान सभा कार्यालय नई दिल्ली के लिए दो करोड़ 25 लाख रुपए संग्रह का प्रस्ताव रखाl
बैठक में बिहार की तरफ से अपना प्रतिवेदन रखते हुए प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि बिहार में चुनाव के ठीक पहले नीतीश कुमार का गठबंधन छोड़कर भाजपा के साथ चले जाने का असर चुनाव पर पड़ा ।महागठबंधन के अग्रणी दल राष्ट्रीय जनता दल द्वारा चुनाव प्रचार में महागठबंधन के किसी भी दलों को शामिल नहीं करना और खुद तेजस्वी यादव का मुकेश सहनी के साथ चुनाव प्रचार करना भी एक बड़ा कारण बना। उन्होंने कहा कि अगर सभी गठबंधन के राष्ट्रीय नेताओं को शामिल कर उत्तर प्रदेश तथा महाराष्ट्र की तरह प्रचार कार्य किया जाता। तो स्थिति में गुणात्मक परिवर्तन नजर आता ।बावजूद इसके महागठबंधन को 9 लोकसभा सीटों पर विजय हासिल हुआ तथा एक निर्दलीय उम्मीदवार बिहार में जीता।इस तरह 40 सीटों में से 10 पर भाजपा ,जदयू की हार हुई।
बैठक को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हन्नान मौला, सीकर से निर्वाचित सांसद अमराराम तथा स्वागत समिति के अध्यक्ष छगन चौधरी ने भी संबोधित किया ।राष्ट्रीय किसान कमिटी के महासचिव बीजू कृष्णन ने इस सफल आयोजन के लिए राजस्थान किसान काउंसिल के साथियों को धन्यवाद दिया।