जरुरतमंदों की मदद करते हुए प्रशांत ने बताया कि क्यों जरूरी है सोशल डिस्टेंस और पूर्णबंदी…?

" तीन चीजें जो हमें सदैव ही ध्यान रखनी चाहिए : सुरक्षित दूरी हाथों की सफाई श्वसन स्वच्छता,छींकते व खांसते समय मुंह पर टिशू पेपर या रुमाल का इस्तेमाल करें और इन्हें कूड़ेदान में डालें या रुमाल को गर्म पानी से धोएं "

गौतम सुमन गर्जना
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भागलपुर : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण आपदा के कारण आपातकाल की इस स्थिति में गरीबों एवं असहायों को यथासंभव अधिक से अधिक सहायता देने के प्रतिबद्धता के तहत गरीब-गुरबों की ‌सेवा में समर्पित समाजसेवी प्रशांत विक्रम ने भागलपुर के गरीब-असहाय‌ व स्लम मुहल्लों में पहले लॉक डाऊन से ही लगातार वहाँ के ही जिम्मेदार नागरिकों द्वारा चिन्हित किये गए गरीब एवं असहाय परिवारों के बीच सूखा राशन का पैकेट वितरण कर मानवता और इंसानियत की मिसाल पेश किए हुए हैं। सोमवार को भी श्री प्रशांत विक्रम ने अपने इस क्रम को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दुबारा लॉक डाऊन अथवा पूर्णबंदी जरूरी क्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि यह निर्णय वैज्ञानिक सोच का नतीजा है।

इस विषाणु का इनक्यूबेशन समय 2 से 14 दिन होता है और एक औसत समय 7 दिन का होता है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की मियाद औसतन 10 दिन की होती है, इसलिए यह दुबारा किया गया पूर्णबंदी 19 दिन की रखी गई है।
उन्होंने ‌‌ बताया कि आज दुनिया में बहुत ही कम ऐसे देश बचे हैं, जहां कोविड-19 यानी कि कोरोना बीमारी से लोग ग्रस्त होकर त्रस्त नहीं हैं। भारत की जनसंख्या को देखते हुए इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या अन्य देशों के अनुपात में बहुत कम हैं, तो इसकी सबसे बड़ी वजह समय रहते पूर्णबंदी का निर्णय ही है। उन्होंने पूर्णबंदी अथवा लॉक डाऊन व सुरक्षित दूरी को ही इस बीमारी का एकमात्र और अचूक दवा बताया और कहा कि अमेरिका में अब तक इस बीमारी से लगभग 40,000 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है,जबकि भारत में अब तक लगभग 540 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि अगर कुछ लोगों ने पूर्णबंदी व सुरक्षित दूरी के महत्व को अब भी नहीं समझा और पूरी तरह से इसका पालन नहीं किया, तो स्थिति – परिस्थिति और भी भयानक हो सकती है। उन्होंने इसके लिए सभी लोगों को मिलकर पूरी ईमानदारी और एकजुटता के साथ इसका पालन करने की जरुरत पर‌ बल दिया और कहा कि ऐसा करने से ही हम इस विनाशकारी महामारी कोरोना से अपने देश-राज्य,समाज व खूद को बचा सकते हैं। उन्होंने इसकी संपूर्ण सफलता इसके संपूर्ण पालन में बताया। पूर्णबंदी अथवा लॉक डाऊन व सोशल डिस्टेंस ने यह प्रमाणित कर दिया है कि यह जरूरी क्यों है…?


हम देख रहे हैं कि जिस वजह से आज क्लीनिक व नर्सिंग होम बंद है। ऐसे में हर वह छोटी से बड़ी बीमारी स्वतः गायब हो गई है, जिसके लिए हम त्राहिमाम कर क्लीनिकों एवं नर्सिंग होमों में इलाज के लिए लाइन लगाकर खड़े होते थे। हम देख रहे हैं कि जिस गंगा व नदियों की साफ- सफाई के लिए राज्य व केंद्र सरकार की हर योजना विफल हो चुकी थी, आज वह स्वतः साफ-सुथरी हो गई है और जिस ध्वनि और वायु प्रदूषण से आक्रामक स्थिति उत्पन्न हो गई थी वह आज स्वतः शांति में तब्दील हो गई है। उन्होंने इस पूर्णबंदी व सोशल डिस्टेंस की कामयाबी को देखते हुए राज्य व केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि कोरोना वायरस के समाप्त के बाद भी ‌कम से कम सप्ताह में एक दिन पूर्णबंदी व सोशल डिस्टेंस और मूंह पर मास्क लगाने की पद्धति को सब दिन लागू रखने का आदॆश जारी किये जाएं,ताकि लोग सब दिन स्वच्छ जीवन-स्वस्थ जीवन का आनन्द ले सके।


उन्होंने इस पूर्णबंदी के दौरान एकांतवास मे अपने सभी शौक जैसे पढ़ना, लिखना, कुकिंग इत्यादि को पूरा करने,नियमित योगाभ्यास करने,घर के कामों में मदद करने, बच्चों को पढ़ाने व उनके साथ वक्त बिताने,अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने, धूम्रपान ना करने, शराब इत्यादि का सेवन बंद करने, अफवाहों पर ध्यान हरगिज नहीं देने, मेडिटेशन करने और जो लोग शुगर या हृदय के मरीज हैं, उन्हें अपनी दवाइयां समय पर लेने, जिससे उनकी प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहे और वह कोरोना महामारी से बचे रहें। साथ ही उन्होंने पौष्टिक आहार लेने की सलाह देते हुए टीबी व डायबिटीज इत्यादि के मरीजों से अपनी बीमारी को पूरी तरह से काबू में रखने की अपील की,क्योंकि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उन लोगों को यह बीमारी जल्दी अपनी चपेट में लेती है ।

उन्होंने बूढ़े़-बुजुर्ग, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को खासतौर से अपना ध्यान रखने की बात बताते हुए लॊगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी और उन्हें सुरक्षित दूरी व हाथों की सफाई की शिक्षा का महत्त्व बताया और सभी लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने का अनुरोध किया और कहा कि यह बहुत ही अच्छा ऐप है। डॉक्टर, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी व पुलिसकर्मी जो दिन- रात कोरोना योद्धाओं की तरह काम कर रहे हैं , उन्हें धन्यवाद देते हुए उन्होंने उनका हर तरह से सहयोग करने की बात कही। उन्होंने संकट की इस घड़ी में अपने आसपास रहने वाले गरीब लोगों की मदद करने हेतु हर सक्षम लोगों से मदद करने की अपील करते हुए इस पूर्णबंदी को सफल बनाने की बात की।


फोटो ः गरीब-गुरबों और असहाय – विकलांग को राहत सामग्री देते हुए समाज सेवी प्रशांत विक्रम

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