भारतीय लोकतंत्र के लिए केंसर है क्षेत्रीय दल
भारतीय लोकतंत्र के लिए केंसर है क्षेत्रीय दल
इसका ना कोई वैचारिक प्रतिबद्धता है, ना इमान धर्म

जे टी न्यूज
लालू यादव ने दम दिखाया, तो ये लोग ही जमींदार से मिलकर पिछड़ा दलित राजनीति से घात किया।।
अगर कांग्रेस वामपंथी राजनीति दुर दृश्यता नहीं दिखाती, तो ये मांझी, सहनी, पारस, चिराग, नितिश बिहार को कब का गुजरात में बेच डालता।।
लालू यादव है तो इसका श्रेय बिहार के दलित पिछड़ा के नाम पर दुकान चलाने वाले ,बिहार के क्षेत्रीय नेता के कारण नहीं -?
जातीय, धार्मिक राजनिति नहीं करने वाले राष्ट्रीय दल कांग्रेस और वामपंथी के कारण जिंदा है।।
आज देश में बिहार का कुछ चर्चा है तो धर्मनिरपेक्ष समाजवादी मध्यममार्गी राष्ट्रीय दल के कारण या लालू प्रसाद यादव के कारण।।
बिहार गुजरात का उपनिवेश नहीं बनेगा मांझी जी ।।
मंत्री हो, मौज मारो, नाती पोता का चिंता करो।।
ये दुसरा पारस बनेगा बिहार में – भाजपा चलता करेगा।
दलित पिछड़े से गद्दारी की सजा सबको मिलेगा।।


