रेलयात्री गंदगी में सफर करने को मजबूर
रेलयात्री गंदगी में सफर करने को मजबूर जे टी न्यूज, बेगूसराय: जहाँ हमारी सरकार देश को विश्व गुरु बनाने की बात करते हैं और बुलेट ट्रेन चलाने की बात करते हैं परंतु हकीकत यह है कि हमारे देश में अभी भी करोड़ों रेल यात्रीगण को गंदगी में सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है आपको बता दें कि हमारे सरकार टिकट के मूल्य में वृद्धि कर रहें हैं और दूसरी ओर सुविधा शून्य करते हुए जा रहे हैं। जिसका खामियाजा यात्रीगण को सहना पड़ रहा है। यात्रा के दौरान इस गंदगी और बदबू के कारण यात्रि बीमार पड़ रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता गौतम कुमार 19/04/2025 को अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस 14617 ट्रेन नंबर से लखमीनिया से बेगूसराय के यात्रा के दौरान पाया कि ट्रेन में इतना गंदगी है, जिसमें कई लोग मुंह पर गमछा लपेटे हुए यात्रा कर रहे हैं और जब किसी स्टेशन पर ट्रेन रूकती है तो वहां पर महिलाएं बच्चे बूढ़े स्टेशन पर उतरकर पटरी के किनारे टॉयलेट जाने के लिए मजबूर हैं क्योंकि ट्रेन के अंदर जो बाथरूम है उसके अंदर एक जानवर यानी पशु भी नहीं जा सकते ऐसी स्थिति बना हुआ है और ना ही ट्रेन के डिब्बे में पानी की व्यवस्था थी। ट्रेनों में जब सामाजिक कार्यकर्ता गौतम कुमार ने यात्रीगण से बातचीत का कोशिश किया कि क्या इसी तरीका से ट्रेन का स्थिति रहता है? तो सभी यात्रीगण में एक स्वर में जवाब दिया बिल्कुल इसी तरीका से पूर्णिया से अमृतसर जो यह ट्रेन जाती है इसी तरह गंदगी से भरा हुआ रहता है और नहीं तो रेल प्रशासन इस पर ध्यान देते हैं और ना ही सरकार हम लोगों सुविधा देतीं है। उल्टे सरकार टिकट का दाम बढ़ाकर हम यात्रीगण को लूटने का काम करते हैं। हम प्रवासी मजदूर लोगों को मजबूरन इस बदबू और गंदगी में यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ता है।
यात्रीगण ने यह तमाम समस्याएं बताईं की जो हम लोगों को नीचे उतरकर किसी स्टेशन पर जब गाड़ी रूकती है। तब हम रेलवे लाइन पर बाथरुम जाते हैं। हम लोग खाना भी नहीं खा पा रहे हैं ट्रेन में इतना बदबू और गंदगी भरा हुआ है। एक पशु समान हमको लोगों को यात्रा करना पड़ रहा है। और सरकार बातें कर रहे हैं कि हम देश को विश्व गुरु बनाएंगे। जो सरकार एक ट्रेन को सफाई नहीं करा पा रहे हैं वह विश्व गुरु बनाने की बात कर रहे हैं।