संविदा की नौकरी गुलामियत संस्कृति का प्रतीक है: प्रदेश प्रवक्त

आवास कर्मियों का जिला स्तरीय संकल्प महासभा आयोजित

संविदा की नौकरी गुलामियत संस्कृति का प्रतीक है: प्रदेश प्रवक्त / आवास कर्मियों का जिला स्तरीय संकल्प महासभा आयोजित जे टी न्यूज, खगड़िया: एम जी मार्ग स्थित लक्ष्मी कॉम्पलेक्स में रविवार को ग्रामीण आवास कर्मियों का जिला स्तरीय संकल्प महासभा का आयोजन भव्य रूप में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य ग्रामीण आवास कर्मी संघ (सगासा), बिहार के प्रदेश प्रवक्ता सह जिला अध्यक्ष आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने की। मंच संचालन संघ के जिला संयोजक संतोष आर्या व महासचिव पिंटू कुमार ठाकुर ने संयुक्त रूप से किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने संविदा व्यवस्था पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि आधारित नियोजित आवास कर्मियों को अपने हक अधिकार के लिए मुल्यवान सच संघर्ष का रास्ता अपनाना ही होगा। क्योंकि संविदा की नौकरी गुलामियत संस्कृति का प्रतीक है,जो भूखे तो नहीं मारेगी पर आप जैसे लाखों युवाओं को कभी आगे बढ़ने भी नहीं देगी। आपके और आपके बच्चे के भविष्य को गर्त में मिला देगी। उन्होंने कर्मियों से एकजुटता के साथ अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हो जाने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि सेवा स्थायीकरण, आठवें वेतनमान का लाभ देने, महंगाई भत्ता देने, अनुकंपा नियुक्ति, कर्मचारी राज्य बीमा, चिकित्सा अवकाश, ग्रेच्युटी उपादान सहित मानदेय में वृद्धि आदि सोलह सूत्री मांगों को लेकर तथा संविदा रूपी पराधीनता पास से मुक्ति हेतु चरणबद्ध आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा। जिसमें 10 जून को जिला समाहरणालय के समक्ष एकदिवसीय धरना प्रदर्शन और 11 जून को पटना में संघर्ष शंखनाद समागम किया जाना सुनिश्चित है। श्री शास्त्री ने उक्त दोनों कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की।संयोजक संतोष आर्या,पर्यवेक्षक अभिषेक कुमार , लेखा सहायक आकाश कुमार, चंदन कुमार, रजनीश कुमार झा,राजीव कुमार यादव, राकेश कुमार, कोमल कुमारी,राजू कुमार, राजीव रंजन, धर्मेंद्र यादव सहित जिले के सभी प्रखंडों से पहुंचे ग्रामीण आवास सहायकों, लेखापालों एवं पर्यवेक्षकों ने एकजुट होकर अपनी समस्याएं जोरदार ढंग से सभा में रखीं। कर्मियों ने बेवजह की बर्खास्तगी पर रोक, मानदेय में वृद्धि, और सेवा स्थायीकरण जैसी मांगों को लेकर राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन का संकल्प लिया।सभा को संबोधित करते हुए संघ के समर्थन में कला निकेतन के संस्थापक अध्यक्ष सतीश आनंद ने भी कर्मियों की पीड़ा को रेखांकित किया और इस बाबत सरकार से संवेदनशील रवैया अपनाने की अपील की।सभा में दर्जनों की संख्या में जिले भर के आवास कर्मियों ने भाग लेकर इस आंदोलन को मजबूत समर्थन दिया और अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर निर्णायक लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी।संकल्प महासभा में ललन कुमार निराला,बॉबी कुमारी,रीतू कुमारी, पिंकी कुमारी, अमरजीत कुमार, नितेश कुमार दास,उदय पासवान, बम शंकर झा, विकास कुमार, राजीव कुमार, आशीष कुमार, राकेश आनंद, राजीव कुमार झा, अजीत कुमार, रंजीत कुमार मिश्रा, पिंटू कुमार, सज्जन कुमार, नवीन कुमार, चुनचुन सिंह, सतीश कुमार, राजीव कुमार (टू) एवं नरेश कुमार आदि आवास कर्मी मौजूद रहे।

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