पुणे शहर का नांदेड़ गांव की अपनी पहचान

पुणे शहर का नांदेड़ गांव की अपनी पहचान

 

 

जे टी न्यूज, पुणे: जी आप ने सही देखा और सही सुना ये एक गांव है नाम है नांदेड़ सिटी ये पुणे के पास है। शहर जैसा बसा हुआ या बसाया हुआ यह गांव, एक उदाहरण है , सोच का असर इतना अच्छा गांव बना सकता है। लेकिन अगर आप पटना में पहुंच गए तो आपको राजधानी में इतनी विकास देखने को नहीं मिलेगी जबकि लगभग 20 सालों से जदयू और भाजपा की सरकार है लेकिन इन सरकारों के पास विकास का कोई रोड मैप नहीं है जो है केवल अपनी वाहवाही बटोरने में लगी रहती है बारिश में तो पटना जलमग्न हो जाता है आखिर सरकार के द्वारा आवंटित राशि कहा जाती है कि पटना बारिश के पानी में डूब जाता है। उक्त बाते उजियारपुर के पूर्व विधायक दुर्गा प्रसाद सिंह ने प्रेस को जानकारी दी कि पुणे का एक गांव इतना विकसित हो सकता है तो हमारे बिहार की राजधानी समेत तमाम जिले का विकाश क्यों नहीं हो सकता ।


गांव को सरकारी अधिसूचना द्वारा शहर घोषित कर देने से सुविधा बढ़ने के बजाय परेशानी बढ जाती है।
एक सोच भारत के महान व्यक्तित्व ए. पी. जे. अब्दुल कलाम साहब ने दिया था, ग्रामीण क्षेत्र में शहरी सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था करना किन्तु सरकार की सोच मेल नहीं खा सकी।किन्तु व्यक्तिगत सोच मेरे एक मित्र ने ऐसा कर दिखाया, जिसका जीता जागता उदाहरण है , ये गांव।
काश ! बिहार में हमलोग भी ऐसा ही कर पाते!

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