एससी,एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयेर की बात दलितों को तोड़ने की साज़िश: सत्यबिंद पासवान

समस्तीपुर::-राष्ट्रीय जनता दल के अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यविंद पासवान ने उच्चतम न्यायालय के संवैधानिक पीठ द्वारा एससी,एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर के सिद्धांत लागू करने के सरकार को दिए निर्देश पर सवाल उठाते हुए कहां की आरक्षण शासन, प्रशासन में सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने का एक माध्यम है

यह कोई आर्थिक उन्नयन का जरिया मात्र नहीं है कि न्यायालय पूर्व से आरक्षण का लाभ ले चुके लोगों को सिर्फ इस आधार पर आरक्षण के लाभ से वंचित कर देगी कि वह अमीर हो गए है।यह दलित समाज को अमीर और गरीब में तोड़ने की साजिश है

जिसका यथार्थ से कोई वास्ता नहीं है और सरकार को इसमें कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा इस प्रकार के किसी भी साज़िश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।आरक्षण में क्रीमी लेयर का सिद्धांत लागू करने की बात कर आरक्षण के मूल आधार को खत्म करने की कोशिश की जा रही है l

इसकी नींव स्वर्ण आरक्षण के साथ ही रख दी गई थी क्योंकि सवर्णों को यह आरक्षण आरक्षण के मूल भावना के विपरीत दी गई थी जिसका आधार प्रतिनिधित्व को ना बनाकर आर्थिक रूप पर किया गया था जिसमें सरकार ने देश को एक हास्यप्रद सिद्धांत से अवगत करवाया था जिसमें उन्होंने आठ लाख सालाना कमाने वालो को गरीब माना।

बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि एससी एसटी समाज के हको की अनदेखी दलित नेताओं की सहभागिता से करवाई जा रही है रामविलास पासवान भाई और पुत्र के मोह में अंधे बने बाबा साहब के सपनों के चकनाचूर करने पर तुले है।जिसके लिए दलित समाज कभी उन्हें माफ नहीं करेगा।

आगे उन्होंने कहा कि अगर सरकार के तरफ से इस दिशा में कदम बढ़ाया जाता है तो राष्ट्रीय जनता दल चुप नहीं बैठेगी और सड़क से लेकर संसद तक 90 का मंजर फिर से नजर आएगा। सरकार को चाहिए कि वह स्वर्ण आरक्षण की तरह एससी एसटी आरक्षण को भी निजी क्षेत्रों में भी लागू करें अन्यथा आने वाले समय में जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।उक्त आशय की जानकारी जिला मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता संजय नायक ने प्रेस को दी।

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