मातृभाषा-राष्ट्रभाषा हिंदी बचाओ, नारों के साथ हिंदी की महत्ता पर विषयक विचार गोष्ठी आयोजित जे टी न्यूज, अलौली: हिंदी बचाओ, मातृभाषा बचाओ, राष्ट्रभाषा बचाओ, धरोहर बचाओ, देश बचाओ, नारों के साथ राष्ट्रीय हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन के बैनर तले हिंदी की महत्ता, राष्ट्र एकता एवं हमारी भूमिका विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव के अध्यक्षता में श्री युवक प्रखंड पुस्तकालय के सभागार में मनाया गया। हिंदी प्रेमियों के महतीं सभा को संबोधित करते हुए समाजसेवी किरण देव यादव ने कहा कि 14 सितंबर 1949 ई को हिंदी भाषा को मातृभाषा एवं राष्ट्रभाषा के रूप में संवैधानिक दर्जा दिया गया, इसलिए राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। तथा 10 जनवरी 1975 से विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हिंदी सरल सुलभ मधुर प्रेम ज्ञान एकता शक्ति एवं वैश्विक पहचान का प्रतीक है। कोई भी राष्ट्र की भाषा देश की आत्मा होती है। हिंदी भाषा भारत की आन बान शान पहचान अरमान सम्मान आत्मा का परिचायक है। उन्होंने कहा कि हिंदी से बढ़कर कोई भाषा नहीं, यह भारत की आत्मा है । हम सभी का कर्तव्य है कि हिंदी अपनी मातृभाषा हिंदी का सम्मान करें। हिंदी में बात करना गर्व की बात है। हिंदी दिवस हमें अपनी विरासत की याद दिलाता है। हिंदी हमारी शक्ति और पहचान है। जिस देश का भाषा जितना सुदृढ़ समृद्ध सुविकसित होगा, वह देश उतना ही मजबूत होगा। हिंदी दिवस पर हिंदी को बढ़ावा दें, हिंदी भाषा को सुदृढ़ समृद्ध संरक्षण एवं संवर्धन करें। चुंकि देश की आत्मा हिंदी भाषा में बसती है, इसका सम्मान करना हमारा परम धर्म कर्तव्य है। जो हिंदी बोलेगा, वही आगे बढ़ेगा। हिंदी से जुड़े, देश से जुड़े। हिंदी से है शिक्षा आसान, हिंदी हमारी आन बान शान। हिंदी हमारी सभ्यता संस्कृति की जान, हिंदी पर है हर दिल कुर्बान। हिंदी का मान बढ़ाओ, भारत को महान बनाओ। हिंदी से प्यार देश से प्यार करने के समान। हिंदी का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान। श्री यादव ने कहा कि हिंदी दिवस के अवसर पर भी तमाम पदाधिकारी अंग्रेजी में पत्र निर्गत करते हैं, अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम की शिक्षा दिलाते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंदी दिवस मनाना तभी सार्थक होगा जब सिर्फ संवैधानिक अंगीकरण नहीं बल्कि सच्चे अर्थों में हिंदी को हर स्तर पर अंगीकार करेंगे। हिंदी में लिखेंगे बोलेंगे पढ़ेंगे और दूसरे को प्रोत्साहित करेंगे, धरातल पर लागू करेंगे। कार्यक्रम में महेश्वर यादव बृजनंदन महतो दिनेश शाह लालमणि सदा दानवीर यादव रामचंद्र यादव तपसी यादव विष्णु देव यादव प्रकाश ठाकुर हक्कर यादव अजय पासवान सूरज यादव विनोद राम आदि ने हिंदी को मन मस्तिष्क से अपनाने, सदुपयोग करने, लोगों को प्रोत्साहित करने, हिंदी को आगे बढ़ाने, हिंदी में कार्य करने, हिंदी को संरक्षण संवर्धन करने का संकल्प दोहराया।

मातृभाषा-राष्ट्रभाषा हिंदी बचाओ, नारों के साथ हिंदी की महत्ता पर विषयक विचार गोष्ठी आयोजित

जे टी न्यूज, अलौली: हिंदी , ki बचाओ, मातृभाषा बचाओ, राष्ट्रभाषा बचाओ, धरोहर बचाओ, देश बचाओ, नारों के साथ राष्ट्रीय हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया।
देश बचाओ अभियान फरकिया मिशन के बैनर तले हिंदी की महत्ता, राष्ट्र एकता एवं हमारी भूमिका विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव के अध्यक्षता में श्री युवक प्रखंड पुस्तकालय के सभागार में मनाया गया।


हिंदी प्रेमियों के महतीं सभा को संबोधित करते हुए समाजसेवी किरण देव यादव ने कहा कि 14 सितंबर 1949 ई को हिंदी भाषा को मातृभाषा एवं राष्ट्रभाषा के रूप में संवैधानिक दर्जा दिया गया, इसलिए राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। तथा 10 जनवरी 1975 से विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि हिंदी सरल सुलभ मधुर प्रेम ज्ञान एकता शक्ति एवं वैश्विक पहचान का प्रतीक है। कोई भी राष्ट्र की भाषा देश की आत्मा होती है। हिंदी भाषा भारत की आन बान शान पहचान अरमान सम्मान आत्मा का परिचायक है।
उन्होंने कहा कि हिंदी से बढ़कर कोई भाषा नहीं, यह भारत की आत्मा है ।
हम सभी का कर्तव्य है कि हिंदी अपनी मातृभाषा हिंदी का सम्मान करें। हिंदी में बात करना गर्व की बात है। हिंदी दिवस हमें अपनी विरासत की याद दिलाता है। हिंदी हमारी शक्ति और पहचान है। जिस देश का भाषा जितना सुदृढ़ समृद्ध सुविकसित होगा, वह देश उतना ही मजबूत होगा।

हिंदी दिवस पर हिंदी को बढ़ावा दें, हिंदी भाषा को सुदृढ़ समृद्ध संरक्षण एवं संवर्धन करें। चुंकि देश की आत्मा हिंदी भाषा में बसती है, इसका सम्मान करना हमारा परम धर्म कर्तव्य है। जो हिंदी बोलेगा, वही आगे बढ़ेगा। हिंदी से जुड़े, देश से जुड़े।
हिंदी से है शिक्षा आसान, हिंदी हमारी आन बान शान। हिंदी हमारी सभ्यता संस्कृति की जान, हिंदी पर है हर दिल कुर्बान। हिंदी का मान बढ़ाओ, भारत को महान बनाओ।
हिंदी से प्यार देश से प्यार करने के समान। हिंदी का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।
श्री यादव ने कहा कि हिंदी दिवस के अवसर पर भी तमाम पदाधिकारी अंग्रेजी में पत्र निर्गत करते हैं, अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम की शिक्षा दिलाते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंदी दिवस मनाना तभी सार्थक होगा जब सिर्फ संवैधानिक अंगीकरण नहीं बल्कि सच्चे अर्थों में हिंदी को हर स्तर पर अंगीकार करेंगे। हिंदी में लिखेंगे बोलेंगे पढ़ेंगे और दूसरे को प्रोत्साहित करेंगे, धरातल पर लागू करेंगे।


कार्यक्रम में महेश्वर यादव बृजनंदन महतो दिनेश शाह लालमणि सदा दानवीर यादव रामचंद्र यादव तपसी यादव विष्णु देव यादव प्रकाश ठाकुर हक्कर यादव अजय पासवान सूरज यादव विनोद राम आदि ने हिंदी को मन मस्तिष्क से अपनाने, सदुपयोग करने, लोगों को प्रोत्साहित करने, हिंदी को आगे बढ़ाने, हिंदी में कार्य करने, हिंदी को संरक्षण संवर्धन करने का संकल्प दोहराया।

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