समस्तीपुर की वसूली वाली मुसरीघरारी पुलिस करती है निर्दोष को गिरफ्तार
जे टी न्यूज़
समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी पुलिस कानून से भी ऊपर है क्योंकि मुसरीघरारी थाना कांड संख्या 97 / 21 में चार व्यक्ति को नाम दर्ज अभियुक्त बनाए गए थे और दो अन्य अज्ञात अपराधी के विरुद्ध शशि नाथ झा की पत्नी माधुरी देवी ने 6 अगस्त को हत्या का मामला दर्ज कराया था. मुसरीघरारी के बहादुर पुलिस ने आज तक एक भी नाम दर्ज लोगों को गिरफ्तार करना तो दूर , सामने जाने का भी हिम्मत नहीं कर सका .परंतु दो अज्ञात के बदले 5 लोगों को जेल भेज चुका है समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक के बारे में यह कहा जाता है कि एक अच्छे और ईमानदार नौजवान अधिकारी हैं किंतु पता नहीं क्यों पुलिस द्वारा गैरकानूनी हरकत करने वाले पुलिस अधिकारी को नियंत्रण करने के बजाए चुपचाप क्यों साधे रहते हैं? आश्चर्य की बात यह है कि अज्ञात 2 अपराधी में से एक भी अपराधी पुलिस के पकड़ में नहीं आया परंतु गांव के भोले भाले जनता को गिरफ्तार कर जेल भेजने में कामयाबी हासिल की और मोटी रकम वसूल करने का धंधा जारी किए हुए हैं.जितना भी जेल गया है।
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए पांचों व्यक्ति में से किसी का कोई क्रिमिनल इतिहास नहीं है चर्चा यह भी है कि थाना प्रभारी और केस के अनुसंधानकर्ता जातीय द्वेष के कारण इन तमाम लोगों को क्रिमिनल हिस्ट्री बनाने के लिए साजिश के तहत गिरफ्तार किया है.इस बीच समस्तीपुर के चर्चित अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद ठोकर ने झंझट टाइम्स के प्रतिनिधि से बात करते हुए कहा कि मामले में 16/ 17 की रात अज्ञात अपराधी के नाम पर चार व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है .जिसमें उमेश राय रंजन कुमार बकरी के निवासी हैं जबकि रंजन राय के ननिहाल हलाई थाने के चकजलाल रंजन कुमार के चचेरे नाना राम नरेश राय एवं उनके पुत्र को भी गिरफ्तार कर 24 घंटे से अधिक का समय बीत रहा है ना ही इन लोगों को छोड़ा गया थाने से और ना ही न्यायालय में उपस्थित किया गया, जो अपने आप में एक अपराध है ।
ग्रामीणों ने बताया कि रात में पुलिस के साथ कई शातिर अपराधी भी गिरफ्तारी के समय घर के सामान को तितर-बितर और इनके परिवार के साथ अभद्र व्यवहार करने की भी शिकायत दरभंगा के पुलिस महा निरीक्षक से की है .